मुबंई में और कितने मौत के पुल…
-अब तक कई लोगों की जानें गई, फिर भी सरकार का ध्यान नहीं
मुंबई। शहर के सीने में और कितने जख्म होंगे, और कितने लोग मौत के मुंह में समा जाएंगे और सरकारें सिर्फ अफसोस जताती रहेगी। बीते कुछ साल में तीन पुल हादसे हुए, जिसमें 40 से अधिक लोगो की मौत हो गई और 100 के करीब गंभीर घायल हो गए। इन हादसों से पहले मुंबईकर ने कई बाद सरकार को चेताया कि पुलों की मरम्मत या नया बनाया जाए पर सरकार जैसे हादसों का इंतजार करती रही। हादसे होने के बाद जांच की बात करना ही सरकार के लिए बडी बात है।
हाल ही में गुरूवार को टीओआई के ठीक सामने बने पुल को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के पास फुटओवर ब्रिज गिर गया है। इसमें हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हैं। इस हादसे के बाद सरकार की तरफ संवेदनाए व्यक्त की गई । राज्य सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में हुईं मौत पर दुख व्यक्त करते हुए मतृकों के परिवारों को पांच—पांच लाख रूपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएंगी। वही केंद्र सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदनाएं जताई हैं। क्या सरकारें सिर्फ यहीं कर सकती है। हादसे होते रहेंगे और सरकारें मौत के बादले मुवायजा देती रहेंगी। दुख जता देगी,बस इनकी जिम्मेदारी समाप्त हो जाती हैं।
इससे पहले भी मुबंई में पुल हादसे हुए इसी साल जुलाई महीने में भी मुंबई में ज़ोरदार बारिश की वजह से अंधेरी रेलवे स्टेशन के पास गोखले ब्रिज का एक हिस्सा गिर गया था। इसमें कोई जनहानि नहीं हुई । इससे पहले साल 2017 सितंबर माह में एल्फिंस्टन रोड और परेल उपनगरीय रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाले फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने से लगभग 22 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद भी राज्य सरकार ने मतृकों के परिवारों को पांच पांच लाख रूपए देने की घोषणा की थी।
जनता ने चेताया पर सरकार ने नहीं सुना
मुबंईकर जगरूक नागरिक की जिम्मेदारी निभाता है, कई लोगों ने एल्फिंस्टन रोड और परेल उपनगरीय रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाले फुटओवर ब्रिज की खाराब हालात और सकरें होने की बात सोशल मिडिया पर लिखी, फोटो भी पोस्ट किए सरकार का ध्यान इस ओर अकार्षित कराने की पूरी कोशिश की लेकिन सरकार नहीं जागी। इसी तरह मुबंई के कई पुलों को लेकर मुंबईकर लिख रहे है पर सरकार पहले ध्यान देने की बजाए हादसों का इंतजार कर रही है।