गर्म पानी में शहद जहर का काम कर सकता है,कम मात्रा में सेवन करें
[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]डॉ राकेश पाण्डेय[/mkd_highlight]
मोटापा कम करना हो या इम्यूनिटी बढ़ाने की बात हो तो लोग गर्म पानी में शहद मिलाकर लंबे समय से लगातार सेवन कर रहे हैं, जिसके कारण शरीर में अमृत के स्थान पर विष का काम कर सकता है यह शहद। आयुष ग्राम ट्रस्ट हॉस्पिटल चित्रकूट के प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ व आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मदनगोपाल बाजपेयी ने बताया कि मधु ( शहद) विषैला होता है क्योंकि मधु का निर्माण ही विषैली मधुमक्खियां करती हैं। इसलिये गर्म किया हुआ, गर्म पानी में मिलाया हुआ , गर्मी से पीड़ित व्यक्ति को खिलाने पर यह जहर का काम कर सकता है । मधु रुक्ष , कषाय और शीत होता है, इसलिये इसे कम मात्रा में सेवन करना चाहिये ।
आयुर्वेद ग्रंथों में महर्षि चरक व आचार्य वागभट ने भी बताया है कि मधु का अनुपान शीतल जल है। गर्म जल विषाक्त बनाता है। डॉ पाण्डेय कहते हैं कि लोग मोटापा कम करने व इम्यूनिटी बढ़ाने के लिये मधु को गर्म जल में मिलाकर न लें। और विशेष ध्यान रखें कि मधु व घी की समान मात्रा भी जहर का काम करती है, इसलिये कभी भी शहद और घी को बराबर मात्रा में न लें। मधु के बाद ठंडा जल ही फायदेमंद है। इसकी अपेक्षा समान्य जल में आंवले का रस, शहद, एलोविरा, मिलाकर लेने से मोटापा कम होगा, हृदय मजबूत होगा इम्यूनिटी भी बढ़ेगी जो कि वायरस से लड़कर संक्रामक रोगों से बचाव कर सकेगा- चाहे वो कोविड- 19 कोरोना हो या स्वाइन फ्लू ।
( लेखक मानसरोवर आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एण्ड रिसर्च सेंटर भोपाल के प्रोफेसर और आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता है )