पाकिस्तान को एफएटीएफ ने दिया चार माह का समय,नहीं सुधरा तो ब्लैकलिस्ट
दिल्ली। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को आंतकी संगठनों को फंडिंग को रोकने के लिए चार माह फरवरी 2020 तक का समय दिया। इस समय सीमा में अगर पाकिस्तान आंतकी फंडिंग को नहीं रोकने में असफल रहा तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। पाकिस्तान को अभी ग्रे लिस्ट में रखा गया है। यह निर्णय फ्रांस में हुई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में लिया गया है।
फ्रांस के पेरिस शहर में हुई एफएटीएफ की बैठक में पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई। जिसमें रिपोर्ट के अनुसार पाया गया कि पाकिस्तान एफएटीएफ के निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं कर रहा है और अब आंतकी संगठनों को फंडिंग की जा रही है। पाकिस्तान ने अपना पक्ष रखते हुए कहा उसे सुधार करने के लिए चार माह का समय दिया जाए।
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में हुई बैठक में एफएटीएफ से जुड़े एशिया पैसिफिक जॉइंट ग्रुप (एपीजेजी) ने मानकों को पूरा नहीं करने पर पाकिस्तान को इनहेन्स्ड एक्सपीडिएट फॉलोअप लिस्ट में डाल दिया था। ग्रुप के मुताबिक, पाकिस्तान आतंकियों की वित्तीय मदद और मनी लॉन्ड्रिंग के 40 में से 32 मानकों का पालन नहीं कर रहा है।
— ब्लैक लिस्ट हुआ तो पाक का क्या होगा?
ब्लैक लिस्ट होने पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष, विश्व बैंक और यूरोपीय संघ पाकिस्तान की वित्तीय साख अधिक नीचे होगी। इस समय वत्तीय संकट में पाकिस्तान की हालत बहुत खाराब हो जाएगी। अभी एफएटीएफ ने पाक को लगातार ग्रे लिस्ट में रखा। ग्रे लिस्ट में जिस भी देश को रखा जाता है, उसे कर्ज देने में बड़ा जोखिम समझा जाता है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं ने पाक को आर्थिक मदद और कर्ज देने में कटौती की है। पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट हुआ तो उसे कर्ज मिलना बेहद मुश्किल हो जाएगा।