20 लाख वसूलने के बाद भी निर्दयी अपरणकर्ताओं ने मासूमों को मार दिया,पुलिस की असफलता
— 13 दिन बाद दोनों मासूमों की लाश नदी से मिली, इलाके में तनाव, लोग भडकें
— पुलिस लीपापोती में लगी, गुस्साए लोगो ने की तोडफोड
मध्यप्रदेश के चित्रकूट से सबसे बूरी खबर आज 24 फरवरी को आई। 13 दिन पहले अपहरण किए गए दो मासूमों की लाश उप्र के बांद जिले मे यमुना नदी से पुलिस को मिली है। यह खबर मिलते ही लोग भडक गए, भीड ने चित्रकूट के सदगुरू स्कूल और पुलिस के वाहनों में तोडफोड की है। वहीं कुछ जगह आग लगाने की भी खबर मिली है। इधर, लाश मिलने के बाद 11 बजे पुलिस अधिकारियों ने पत्रकार वार्ता बुलाई और अपनी पीठ थपथपाते हुए आपरण और हत्या में शामिल आरोपियों को पकडने की जानकारी दी। साथ ही बहुत अच्छी कहानी से लबरेज प्रेसनोट भी वितरित किया,लेकिन पुलिस अधिकारी पत्रकारों के सवालों के जबाव नहीं दे पाए कि 11 दिन तक पुलिस आरोपियों तक क्यों नहीं पहुंची,और बच्चों की हत्या होने के बाद आरोपी पकडे गए। इस ममाले में मप्र पुलिस की कार्यप्रणली पर प्रश्नचिन्ह लगा है।
जानकारी के अनुसार चित्रकूट के सदगुरू स्कूल के यूकेजी में पढने वाले 6 वर्षिय दोनों भाई प्रियांश और श्रयांश रावत पिता वृजेश रावत में स्कूल से छुट्टी होने के बाद बस से घर जा रहे है थे तभी बाइक सवार युवकों ने बस में घूस कर काट्टा दिखाकर दोनों बच्चों का आपरहण कर ले गए। इस आपरहण की वादात ने चित्रकूट मे सनसनी फैला दी। मासूमों के अपराहण से परिवार सकंट में आ गया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जाचं शुरू की । 14 फरवरी को बच्चों के पिता विजृेश रावत के मोबाइल पर फोन आया , फोन करने वाले ने बताया कि दोनों बच्चों को वपास चाहते तो एक करोड रूपए देने होगे। विजृेश रावत क्षेत्र के नामी तेल व्यापारी है, उनसे अधिक रूपए वासूलने के लिए आरोपियों ने एक करोड की रकम की मांग की । विजृेश रावत ने पुलिस फिरौती की मांग के फोन की जानकारी दी। फोन उप्र के बॉदा के रहने वाले एक व्यक्ति के नम्बर से था, पुलिस ने पता किया तो पता चला कि अपराहणकर्ता रह चलते लोगो से फोन मांग कर विजृेश रावत को फोन कर रहे है। लगातार फोन आने पर विजृेश आरोपियों के दबाव में आ गए क्योंकि पुलिस भी उन तक कई दिनों बाद भी नहीं पहुंच पा रही थी,इसलिए विजृेश 2 फरवरी को ने 20 लाख रूपए की फिरौती बिना पुलिस की जानकारी के अपराहणकर्ताओं को दे दी, उसके बाद भी फोन आते रहे..। पुलिस ने फोन करने वाले फिर सपर्क किया तो उसने उस युवक की मोटरसायकल के नबंर प्लेट का अपने मोबाइल से फोटो क्लिक कर लिया था,जब पुलिस उसे बच्चों के अपराहण की कहानी सुनाई तो उसने वो फोटो दिखाया , पुलिस ने बाइक के नंबर यूपी 90 एल 5707 के आधार पर बाइक मालिक का पता किया। बाइक मालिक रोहित द्विवेदी पिता बृहम्मदत्त 24 वर्ष निवासी बबेरू जिला बॉदा तक पहुंच गई ।
रोहित से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि इसमें राजू दिवेद्वी पिता राकेश निवासी भवुआ शामिल है, राजू को हिरासत में पुलिस ने पुछताछ की तो उसने सब कुछ पता दिया, उसने स्वीकार किया कि दोनो बच्चों को अपराहण उसने अपने साथियों के साथ मिलकर किया है और बच्चों द्वारा पहचाने के डर से उनको चेन से बांध कर यमुना नदी में फेंक दिया। 23 फरवरी की रात पुलिस ने आरोपियों द्वारा बताए गए स्थान पर नदी मे बच्चों की तलाश की तो दोनों की बांधी हुई लाश मिल गई। लाश को पुलिस ने बरामद कर पीएम के लिए भेज दिया। यह खबर पुलिस ने बच्चों के परिवार को दी तो हंगामा हो गया,शहर में लोग अक्रोशित होकर सडकों पर निकल आए। लोगो ने सतगुरू स्कूल और पुलिस वाहन में तोडफोड की। पुलिस ने 24 फरवरी को पत्रकारवार्ता कर आरोपियों के पकडे जाने की जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने इसे बडा खुलासा बताया। पुलिस ने इस ममाले में 6 आरोपियों को पकडा है। जिनके नाम राजू दिवेद्वी पिता राकेश शुक्ला, पदम शुक्ला पिता रामकर्ण शुक्ला,लकी सिंह तोमर पुत्र सतेन्द्र सिंह तोमर, रोहित द्विवेद्वी पुत्र बृहम्मदत्त,रामकेश यादव पिता रामशरण यादव,पिन्टू उर्फ पिन्टू पिता राम स्वरूप निवासी हमीरपुर उप्र बताए गए हैं
-पुलिस की लपरवाही
इस मामले में परिवार और स्थानिय नागरिकों को कहना है कि पुलिस ने ममाले को गंभीरता से नहीं लिया। बच्चों की हत्या पुलिस की लपरवाही की वजह से हुई है। इस वारदात से प्रदेश में पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल खडें किये जा रहे हैं।
-सरकार बदली पर पुलिस नहीं….
मध्यप्रदेश में सरकार भले ही बदल गई हो लेकिन पुलिस के काम करने का तारीका नहीं बदला अब भी पुलिस अधिकारी, कर रहे है, देख रहे है, मामला दर्ज किया है, तलाश जारी है, टीम बना दी है,छापे मारे जा रहे है की तर्ज पर काम कर रहे है। इन पुलिस अधिकरियों को कोई र्फक नही पडता किसी के घर का चिराग बुझ जाए या किसी की मेनित की कमाई चारी हो जाए, यह तो मस्त है सरकार कुछ भी कहती रही इस जिले नहीं तो उसे जिले में मजे करेगे। कर क्या लोग इनका सरकार आप…।