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क्रेडिट कार्ड की लेनदेन में नहीं चाहते हैं फर्जीवाड़ा तो अपनाएं ये नए फीचर

भारत में बड़ी संख्या में लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ धोखाधड़ी के डर से नहीं करते हैं, उन्हें डर रहता है कि कहीं फर्जीवाड़े के कारण वे मुश्किलों में न फंस जाएं। ग्राहकों की इन्हीं आशंकाओं को ध्यान रखते हुए बैंक अब ऐसे कार्ड पेश कर रही हैं, जो लेनदेन को काफी हद तक सुरक्षित बनाते हैं और अगर कहीं आपका कार्ड गुम या चोरी हो जाए तो उसे कुछ ही मिनटों में ब्लॉक कराया जा सकता है और एप से क्रेडिट कार्ड को नियंत्रित किया जा सकता है।

टच बटन वाला कार्ड

1. इंडसइंड बैंक ने टच बटन वाले इंटरैक्टिव कार्ड नेक्स्ट पेश किया है, जिससे पिन बदलने के साथ क्रेडिट कार्ड पेमेंट, रिवार्ड प्वाइंट्स और किसी खरीद को ईएमआई में बदलने की सुविधा देता है। जबकि सामान्य कार्ड में आपको खुद इसके लिए बैंक से संपर्क साधना पड़ता है। हालांकि इसके लिए एक बार का शुल्क 1999 रुपये देना पड़ेगा और फिर कोई सालाना शुल्क नहीं है। अच्छी साख वाले ग्राहक को यह मुफ्त में भी मिल सकता है।

2. मोबाइल से ब्लॉक-अनब्लॉक की सुविधा

आईसीआईसीआई बैंक ने हाल ही में क्रेडिट कार्डधारकों को कार्ड मैनेज करने की सुविधा दी है। यह बैंक के मोबाइल एप आईमोबाइल पर उपलब्ध है। इससे फोन से ही 24 घंटे कार्ड को मैनेज किया जा सकता है। कार्ड खो जाने या गुम हो जाने पर इसे स्थायी या अस्थायी रूप से ब्लॉक किया जा सकता है। या फिर दोबारा इसे अनब्लॉक किया जा सकता है। आप किसी लेनदेन को भी तुरंत ब्लॉक करा सकते हैं।

3. कई बैंकों ने टोकन फीचर शुरू किया

सिक्योर कार्ड के अलावा टोकन फीचर भी बैंकों ने पेश किया है, इसमें डिजिटल पेमेंट के दौरान कार्ड नंबर एक यूनीक टोकन में बदल जाता है, जिससे किसी को इसका पता ही नहीं चलता। ज्यादातर बैंक अब क्रेडिट कार्ड में चिप तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, इससे फर्जीवाड़ा बेहद मुश्किल है। बैंक जीरो लायबिलिटी पॉलिसी भी लाए हैं, जिसमें ग्राहक अगर समय रहते किसी फर्जी लेनदेन की सूचना देता है तो उसे भुगतान नहीं करना होगा।

4. एप से

एसबीआई पहले ही पेश कर इंस्टैंट ब्लॉकिंग फीचर सुविधा दे रहा है। पैसाबाजार डॉट कॉम के पेमेंट प्रोडक्ट के उपाध्यक्ष एवं प्रमुख साहिल अरोरा ने कहा कि बैंक अब अपनी ज्यादा से ज्यादा सेवाओं को एप पर ला रहे हैं, ताकि समय न लगे। एप के जरिये डेबिट और क्रेडिट कार्ड के किसी भी अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की सुविधा को रोका जा सकता है। एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक भी अपने ग्राहकों को ऐसी ही सुविधा देते हैं।

उपभोक्ताओं की बड़ी चिंताएं

कार्ड खोने से धोखाधड़ी का डर

इंटरनेट के जरिये फर्जीवाड़ा

दूसरे देश से कार्ड के जरिये लेनदेन

शॉपिंग में कार्ड डिटेल का गलत इस्तेमाल

बढ़ते ग्राहक

3.9 करोड़ क्रेडिट कार्ड भारत में मार्च 2018 तक

11.47 करोड़ लेनदेन क्रेडिट कार्ड से प्रति माह

11 गुना ज्यादा क्रेडिट कार्ड अमेरिका में

ये सावधानियां बरतें

जीमेल या गूगल ड्राइव पर कार्ड डिटेल सेव न करें

सार्वजनिक स्थानों के कंप्यूटर से ऑनलाइन लेनदेन न करें

इंटरनेट सेटिंग्स में ऑटो फिलिंग डाटा इनेबल न हो

कीबोर्ड की जगह वर्चुअल कीबोर्ड का इस्तेमाल करें

एचटीटीपीएस वाली वेबसाइट पर ही लेनदेन करें

जब देश में ही हों तो इंटनेशनल ट्रांजैक्शन का ऑप्शन बंद रखें

ईमेल या एसएमएस पर किसी लिंक या स्पैम पर क्लिक न करें

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