क्या भज्जी का करियर हुआ खत्म? आखिर धोनी ने क्यों कही ये बात…
स्पोर्ट्स डेस्क। आईपीएल सीज़न 11 में दो साल बाद दमदार वापसी करते हुए चेन्नई की टीम ने सनराइज़र्स हैदराबाद को मात देकर खिताब पर अपना कब्जा जमाया। चेन्नई की इस जीत के पीछे शेन वॉटसन का बड़ा हाथ रहा जिन्होंने इस मुकाबले में शानदार शतकीय पारी खेली।
पिछले सीजन में धोनी की कप्तानी को लेकर कई सवाल खड़े किए गये थे और बीच सीजन में ही उनको पुणे सनराइजर्स की कप्तानी से हटा दिया गया था और स्टीव स्मिथ को कमान सौंप दी गई थी। लेकिन इस सीजन उन्होंने अपने आलोचकों को करारा जवाब दे दिया है। लेकिन फाइनल मुकाबले में टर्बनेटर हरभजन सिंह को प्लेइंग इलेवन में जगह न देने को लेकर धोनी एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं।
भज्जी को लेकर दिया ये बयान
चेन्नई की जीत के बाद धोनी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भज्जी की गेंदबाजी को लेकर और गेंदबाज़ों के चयन को लेकर सवाल पूछा गया। जिसको लेकर धोनी ने कहा, ‘मेरा पास बहुत सारी कार और बाइक्स हैं, लेकिन मैं एक समय में सभी को नहीं चला पाता। कई मौको पर जब आपके पास छह से सात बेहतरीन गेंदबाज़ होते हैं तो आपको देखना हो गा कि किस सिचुएशन में कौन सा गेंदबाज सही रहेगा, कौन बल्लेबाज़ बल्लेबाज़ी कर रहा है उसे भी ध्यान में रखना है।’
गेंदबाज के ऑप्शन ज्यादा होने से कम होती है कप्तान की परेशानी
धोनी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि चेन्नई के पास पवन नेगी और रविंद्र जडेजा जैसे आलराउंडर थे तो मैं हर परिस्थिती में उन्हें बदल-बदलकर गेंदबाज़ी करवाता था।’ इसके साथ ही धोनी ने कहा कि अगर कप्तान के पास गेंदबाजों का ऑप्शन ज्यादा होता है तो उसका काम थोड़ा आसान हो जाता है।
प्लेऑफ के पहले क्वालीफायर में हरभजन को प्लेइंग इलेवन में रखने के बावजूद धोनी ने भज्जी को एक भी ओवर गेंदबाज़ी नहीं सौंपी। इसके बाद ये सवाल उठे थे कि आखिर क्यों धोनी ने टर्बनेटर से गेंदबाज़ी नहीं करवाई।