राहुल के विमान में तकनीकी गड़बड़ी का मामला: DGCA ने कहा- पायलट से होगी पूछताछ
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विमान में तकनीकी गड़बड़ी मामले में डीजीसीए ने त्वरित एक्शन लिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्लेन में आई तकनीकी गड़बड़ी की वजह से झटके संबंधी खबरों के बाद नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस पूरे मामले की जांच की बात कही है. बता दें कि घटना उस समय हुई जब राहुल गांधी अपने कुछ सहयोगियों के साथ दिल्ली से कर्नाटक के रास्ते में थे. हालांकि बाद में समय रहते उनके प्लेन को हुबली में सुरक्षित उतार लिया गया है.
डीजीसीए ने कहा कि ‘ऑपरेटर की रिपोर्ट के अनुसार, यह झटका ऑटो पायलट मोड होने की वजह से था. पायलट ने विमान को मैन्युअल मोड में ट्रांसफर किया और विमान को सुरक्षित रूप से लैंड कराया. ऑटो पायलट मोड की विफलता जैसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं. हमने इस मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय समिति गठित कर दी है. दो तीन सप्ताह में समिति की रिपोर्ट आने की उम्मीद है. ‘
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा कि हमने इस मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं. हम पायलट से भी पूछताछ करेंगे.
राहुल के करीबी सहयोगी कौशल विद्यार्थी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक नीलमणि एन राजू को लिखे एक पत्र में कहा कि राहुल जिस विमान में सवार थे, वह एकाएक बाईं तरफ झुक गया और विमान तेजी से नीचे जाने लगा. साथ ही विमान में एकाएक तेज कंपन शुरू हो गई. शिकायत में कहा गया है कि यह पूरी घटना सुबह पौने ग्यारह बजे हुई. पत्र मिलने के बाद हुबली-धारवाड़ की पुलिस उपायुक्त रेणुका सुकुमार ने कहा कि हमें विमान में अस्पष्ट गड़बड़ी की शिकायत मिली है. हमनें आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत लापरवाही बरतने का मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है. पत्र में कहा गया है कि यह पता चला है कि विमान का ऑटोपायलट मोड काम नहीं कर रहा था. तेजी से नीचे गिरते विमान को तीसरी कोशिश के बाद दिन में करीब 11 बजकर 25 मिनट पर हुबी हवाईअड्डे पर उतारा गया.
इस पूरे मामले में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी सुरक्षित लैंड कर गए. एक गंभीर हादसा होते – होते रह गया. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को सौंपी गई शिकायत में उनसे इस गंभीर और भयावह घटना के सभी पहलुओं की और अगर कोई साजिश थी तो उसकी भी जांच करने की मांग की गई है.