Top Stories

SC के फैसले से ‘अराजकता’ शब्द ले उड़ी BJP, केजरीवाल को ऐसे घेरा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच लंबे समय से जारी अधिकारों के टकराव के बीच सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अहम फैसला सुनाया. कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि उपराज्यपाल दिल्ली में फैसला लेने के लिए स्वतंत्र नहीं हैं, एलजी को कैबिनेट की सलाह के अनुसार ही काम करना होगा. हालांकि, कोर्ट ने अराजकता को लेकर भी टिप्पणी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली में किसी तरह की अराजकता की कोई जगह नहीं है.

कोर्ट के फैसले के बाद जहां आम आदमी पार्टी में जश्न का माहौल है. सीएम केजरीवाल ने कोर्ट के फैसले के बाद ट्वीट कर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोकतंत्र की जीत हुई है. तो वहीं बीजेपी केजरीवाल सरकार पर हमला बोलने का बहाना ढूंढ रही थी. बीजेपी ने कोर्ट के अराजकता वाली टिप्पणी को लेकर केजरीवाल सरकार पर हमला बोला.

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उपराज्यपाल दिल्ली के प्रशासनिक प्रमुख हैं. सुप्रीम कोर्ट का फैसला केजरीवाल की अराजक राजनीति के लिए बड़ा झटका है. वहीं बीजेपी के सीनियर नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है सही कहा है. एलजी को दिल्ली कैबिनेट के फैसले का सम्मान करना चाहिए, लेकिन यदि कोई भी राष्ट्र सुरक्षा के विरोध में या संवैधानिक विरोधी निर्णय लिया जाता है, जिसे वे(केजरीवाल सरकार) लेने में सक्षम हैं, क्योंकि वे नक्सली प्रकार के लोग हैं, तो ऐसे में एलजी विरोध कर सकते हैं.

कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी दिल्ली के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल को सलाह दे डाली. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि जी अब आप अराजकता नहीं फैलाएंगे…संसद का कानून सर्वोच्च है..

केजरीवाल ने 2014 में बोला था- अराजक हूं

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साल 2014 में अपनी कैबिनेट के साथ तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के खिलाफ रेल भवन के बाहर धरना दिया था. इस दौरान उन्होंने खुद को अराजक बताया था. उन्होंने कहा था कि पूरा देश अराजक हो चुका है, तो मैं कैसे बच सकता हूं.

केजरीवाल के इसी बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली में केजरीवाल को नाम लिए बगैर न सिर्फ झूठा और अराजक बताया था , बल्कि जंगलों में नक्सलियों के साथ जाकर काम करने की नसीहत भी दे डाली थी.

पीएम मोदी के हमले के जवाब में केजरीवाल ने कहा था कि मोदी जी ने मुझे झूठा, अराजक और धरना करने वाला बोला. हमने कभी व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की, हमेशा मुद्दों की राजनीति की. मैं जो भी हूं, इससे फर्क नहीं पड़ता. मैं कम से कम करप्ट तो नहीं हूं. मैंने बिजली के बिल आधे किए थे.

Related Articles

Back to top button