केरल कैबिनेट के 60 फीसद मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले, जानिए और क्या कहती है एडीआर की यह रिपोर्ट
नई दिल्ली। केरल में सत्ता संभालने वाली नई सरकार के 12 मंत्रियों ने अपने चुनावी शपथ पत्र में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की है।
केरल इलेक्शन वाच और एडीआर ने 21 मंत्रियों में से 20 द्वारा सौंपे गए शपथ पत्र का विश्लेषण किया। माकपा नेता और मंत्री वी सिवनकुट्टी का शपथ पत्र चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं था।
रिपोर्ट के अनुसार, 12 या 60 फीसद ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले की घोषणा की है जबकि पांच या 25 फीसद ने गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। 13 मंत्री करोड़पति हैं। आठ मंत्रियों ने आठवीं से 12वीं तक की शिक्षा पाई है जबकि 12 मंत्रियों की शिक्षा स्नातक या उससे अधिक है।
विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों ने ली शपथ
15वीं केरल विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन कड़े कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत नवनिर्वाचित विधायकों को सदस्यता की शपथ दिलाई गई। इनमें से 53 पहली बार चुनकर आए हैं। सुबह नौ बजे से शुरू हुए सत्र के पहले तीन तीन घंटे तक चले शपथ ग्रहण में सदन के 140 सदस्यों में से 136 को शपथ दिलाई गई। स्वास्थ्य कारणों से तीन विधायक के. बाबू, एम विसेंट और खेल मंत्री वी. अब्दुरहीम सोमवार को शपथ नहीं ले पाए। प्रोटेम स्पीकर पीटीए रहीम को राजभवन में राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान शपथ ग्रहण करा चुके हैं।