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कोरोना वायरस : नींद की गोलियों की जगह ले सकती है योग निद्रा

 

[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]जयंत दासवानी [/mkd_highlight]

 

कोरोना वायरस ने हमारे जीवन को बहुत प्रभावित किया है। इंसान किसी पक्षी की तरहा पिंजरे में कैद है। किसी ने ऐसी कल्पना नहीं की थी की ऐसा समय भी आयेगा जब पूरा देश 3 हफ्तों तक बंद रहेगा। और अब चूंकि लॉकडाउन के दौरान जीवन ने प्रगति करना बंद कर दिया है, इसके दुश परिणाम दिखने लगे हैं। कोरोना वायरस ने लोगों के व्यापार तथा शारीरिक स्वास्थ्य पर तो गहरा असर डाला ही है साथ में अब इसका असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी दिखने लगा है।

इसकी चपेट में कोई एक विशेष समाज या समूह नहीं आया है; हर क्षेत्र के लोग इससे प्रभावित हुए हैं। भले वह व्यापारी हों, कर्मचारी हो, ग्रहणी हो या स्टूडेंट हो। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारीयों के लिए सबसे बड़ी आपदा बन कर उभरा है।
इंसान एक सामाजिक प्राणी है, उसे ठहराव की ना आदत है ना ही उसे ठहरना पसंद है। पर कोरोना वायरस उसे घरों में कैद कर दिया है।

यही कारण है की मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं में एक बड़ी वृद्धि देखने को मिली है। आप लोगों को यह बात करते हुए सुन सकते हैं कि उन्हे रात भर नींद नहीं आयी या काफी देर से नींद आती है। आसपास के क्षेत्र में कोविद -19 रोगियों का बढ़ता ग्राफ भय, चिंता, तनाव, नींद न आना, गुस्सा आदि का कारण बना है।

अब सवाल ये उठता है की आखिर इसका हल क्या है, इन मानसिक रोगों से हम कैसे बाहर आ सकते हैं।

ये समस्याएं लोगों को दवा, नींद की गोलियों की ओर धकेल रही हैं, लेकिन उन्हें ध्यान का विकल्प चुनना चाहिए, जो कि हमारे पूर्वजों और भारत के महान संतों एवं ऋषि-मुनियों ने हमे दिया है। हमें योग निद्रा करना चाहिये, योग निद्रा मन की एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति सचेत रहता है लेकिन उसका मन एक दम शांत हो जाता है। 20-30 मिनट के लिए किया गया योग निद्रा का अभ्यास आपको पूरे दिन तरोताजा रख सकता हैं।

यह एक दम आसान है, योग निद्रा में व्यक्ति को अपनी पीठ के बल लेटना पड़ता है। फिर प्राकृतिक श्वास के साथ अपने दिमाग या ध्यान को शरीर के विभिन्न हिस्सों पर ले जाना पड़ता है और उन्हें तनावमुक्त होने का आदेश देना होता है। यह जादू की तरह काम करता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के लोगों से लॉकडाउन के दौरान योग निद्रा करने का सुझाव दिया; उन्होंने यह भी कहा कि वह भी सप्ताह में दो बार इसका अभ्यास करते हैं। इससे बहुत लाभ होते हैं, हमारा मन स्वस्थ हो जाता है, यह नींद की कमी को पूरा करता है, और यह आपको थकान, तनाव और अनिद्रा से छुटकारा पाने में मदद करता है।

हम एक ऐसे परिदृश्य में रह रहे हैं जब हमारे हाथ में ही सब कुछ है। बहुत पहले लोगों को ध्यान की तकनीक सीखने के लिए योग प्रशिक्षकों की आवश्यकता होती थी, लेकिन अब आप ऐप डाउनलोड कर सकते हैं या यह जानने के लिए YouTube पर जा सकते हैं कि यह कैसे काम करता है।

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