विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस तकनीक को बनाया अपना ‘हथियार’, जानें कैसे
विधानसभा चुनाव रण में मुकाबले के लिए कांग्रेस ने नया अभियान शुरू किया है। जिस इलाके में राहुल गांधी की चुनावी रैली हो वहां कुछ घंटे पहले किसी आम कार्यकर्ता का मोबाइल बज उठता है। उस पर दूसरी तरफ से सीधे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुखातिब होते हैं। वे कार्यकर्ता का हालचाल पूछने के बाद रैली में उसके आने और चुनावी तैयारी के बारे में पूछ लेते हैं। यह सब कुछ किसी पार्टी कार्यकर्ता के लिए खास हो जाता है।
पिछले दो महीने में डाटा टीम ने टैगिंग के सहारे हर क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर को टैग किया है। राहुल गांधी किसी भी क्षेत्र में जाने से पहले अपने मोबाइल में संबंधित क्षेत्र की तलाश कर कई कार्यकर्ताओं से सीधे बात करते हैं। कई कार्यकर्ताओं को तो यह सपने जैसा लगता है कि राहुल गांधी ने उन्हें सीधा फोन किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अलग अलग राज्यों के विधानसभा चुनाव में प्रचार करने जा रहे हैं। इस दौरान वे स्थानीय कार्यकर्ताओं के सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं। ये सब कुछ संभव बनाया है कांग्रेस के आईटी सेल के ‘विद्या’ साफ्टवेयर ने। कांग्रेस के दिल्ली स्थित अकबर रोड मुख्यालय में चुनावी राज्यों के सभी विधान सभा क्षेत्र के बूथ लेवल कार्यकर्ताओं के नाम मोबाइल नंबर जैसे डाटा संग्रहित किए गए हैं। इसकी मदद से कांग्रेस अध्यक्ष अपने दौरे में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करते हैं। इसके पीछे पार्टी के डाटा एनालिसिस विभाग के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती का दिमाग है। वे चुनावी राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना के हर बूथ से जुड़े कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क में हैं। इन बूथों की संख्या 1.72 लाख के करीब है।
भाजपा के सेलफोन प्रमुख
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर भाजपा ने भी हर बूथ पर एक सेल फोन प्रमुख बनाया है। उसे एक स्मार्ट फोन दिया गया है। वह प्रमुख सभी इलाके के कार्यकर्ताओं को ह्वाट्सएप पर पार्टी से जुड़े संदेश भेजता रहता है