कांग्रेस ने जेइइ प्रश्नपत्र लीक की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की
नई दिल्ली। कांग्रेस ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेइइ-मेंस में कथित धांधली की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की है। जेइइ मेंस परीक्षा में धांधली को लेकर सीबीआइ द्वारा गुरुवार को देश के कई शहरों में छापेमारी की गई थी। इस सिलसिले में सीबीआइ द्वारा सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश कठिन परिश्रम करने वाले छात्रों की निष्पक्ष जेइइ चाहता है, लेकिन सरकार इसे छिपा रही है। राहुल ने ट्विटर पर कहा, ‘जेइइ-मेंस में सेंधमारी हुई। ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थी कठिन परिश्रम करते हैं। कई तरह की कठिनाइयों का सामना करते हैं। एक देश के रूप में हम उनके लिए एक निष्पक्ष परीक्षा चाहते हैं। भारत सरकार परीक्षा में सेंधमारी को छिपा रही है।
मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह कहते हुए भाजपा सरकार के सामने सवाल रखा कि शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनटीए) परीक्षा आयोजन करने के लिए उत्तरदायी हैं, तो ऐसे में जालसाजी के लिए उन्हें क्यों न जवाबदेह ठहराया जाए।
पार्टी की छात्र शाखा एनएसयूआइ ने इस मुद्दे पर देश भर में प्रदर्शन की घोषणा की है। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ, दिल्ली कांग्रेस की नेता अलका लांबा और एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को कैसे भरोसा दिया जा सकेगा कि एनटीए द्वारा आयोजित दूसरी परीक्षाओं में इस तरह की जालसाजी नहीं होगी।
उन्होंने आगे कहा कि यदि देश की प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षाओं में से एक जेइइ इस जालसाजी से अछूती नहीं है, तो भविष्य में तैयार होने वाले पेशेवरों की गुणवत्ता क्या होगी। वल्लभ ने कहा, ‘हम सुप्रीम कोर्ट के कार्यरत न्यायाधीश की निगरानी में पूरी जालसाजी की जांच कराने की मांग करते हैं। यह मुद्दा हमारे देश के भविष्य से संबंधित है।’
बता दें कि इंजीयरिंग कोर्स में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा 4 चरणों में होती है। देश भर से लाखों की संख्या में छात्र यह परीक्षा देंते हैं।