जहाँ होता है खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन वहां नहीं पहुंचे कम्प्यूटर बाबा
(दीपक भार्गव)
मध्यप्रदेश। पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में नर्मदा न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा अपने साथ आये सैकड़ो साधु संतों के साथ रेत के अवैध कारोबार की बीते दो दिनों से चौकसी कर रहे थे। इस दौरान कम्प्यूटर बाबा ने शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा अवैध उत्खन होने के आरोप भी लगाए थे। लेकिन कम्प्यूटर बाबा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के ग्रह क्षेत्र में जहाँ अवैध उत्खनन की लगातार शिकायतें मिल रहीं थी वहां पहुंचे ही नहीं। कम्प्यूटर बाबा सोमवार को बुधनी के रेहटी, नसरुल्लानगंज से सीधे रायसेन जिले में कूच कर गए।
एक तरफ जहां प्रदेश सरकार में मंत्री का दर्जा प्राप्त कंप्यूटर बाबा अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं वहीं दूसरी ओर नर्मदा के प्रति आस्था रखने वाले लोग बाबा की मुहिम को थोथा बता रहे हैं ,उनका कहना है कि बाबा जहां-जहां जाते हैं कहीं उनकी नाव फस जाती है तो कहीं उनकी गाड़ी के पहिए जाम हो जाते हैं सड़क किनारे लगे रेत बड़े-बड़े ढेर और नर्मदा मैं खोदे गए बड़े-बड़े गड्ढे बाबा की इस मुहिम को चिढ़ाते हुए नजर आ रहे हैंl बाबा के आने की खबर इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को पहले से ही लग जाती है क्योंकि बाबा को मंत्री का दर्जा प्राप्त है उनकी यात्रा का पूरा शेड्यूल ऑनलाइन नजर आ रहा होता है ऐसा ही वाक्या शनिवार को नसरुल्लागंज क्षेत्र में घटित हुआ बाबा के आने से पहले ही धंधे से जुड़े हुए लोगों ने अपने बर्तन भांडे मांज कर सुरक्षित रख दिए थे और बाबा रात भर क्षेत्र के रेत घाटों की पहरेदारी करते रहे यह कैसे संभव है कि मंत्री की उपस्थिति और साथ में पूरा प्रशासनिक व पुलिस का भारी भरकम अमला बावजूद इसके रेत माफिया खुदाई करने पहुंच जाएंl और तो और बताया जाता है कि ज्यादातर इस व्यवसाय में लिप्त सफेदपोश मुहिम के दौरान ज्यादातर बाबा के साथ ही कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे होते हैं इस दौरान वे अन्य रेत घाटों पर कर्तव्यनिष्ठा से खुदाई कर रहे अपने गुर्गों को फोन पर निर्देश देते रहते हैं
– पूर्व मुख्यमंत्री के गांव के नजदीक है सोमलबाड़ रेत खदान
बुधनी तहसील के नर्मदा का घाट सोमलबाड़ा रेत के अवैध उत्खनन के लिये प्रसिद्ध है। यहां रेत माफिया मशीनों के द्वारा नर्मदा नदी से रेत का उत्खनन कर डंपरों की सहायता से परिवहन करता है। कम्प्यूटर बाबा द्वारा की जा रही रेत की चौकसी को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि बाबा सोमलबाड़ा रेत खदान पर जाएंगे।
– शाहगंज में किया स्वल्पहार
कम्प्यूटर बाबा सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे शाहगंज के सरकारी रेस्टहाउस पहुंचे। जहां प्रशासनिक अमले ने कम्प्यूटर बाबा की अगवानी की। बताया जाता है कि बाबा में रेस्टहाउस के बतानुकूलित कमरे में करीब 15 मिनट विश्राम कर स्वल्पाहार कर रवाना हो गए। यहां भी कम्प्यूटर बाबा नर्मदा घाट पर नहीं गए जहाँ रेत का उत्खनन किया जाता है।
शाहगंज में नर्मदा से रेत के अवैध उत्खनन लगातार शिकायतें होती हैं। यहाँ रेत माफिया ट्रेक्टर-ट्रालियों के द्वारा रेत का सड़क किनारे स्टॉक करते हैं और फिर डम्परों की सहायता से परिवहन किया जाता है।