एमपीपीएसी परीक्षा के प्रश्न पत्र में भील जनजाति के अपत्तिजनक सवाल पर सीएम ने दिए जांच के आदेश
मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा 2020 के प्रश्न पत्र में भील जनजाति को शराबी और अपराधी प्रवृत्ती का बताने के मामले में बवाल मचने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जांच के आदेश दिए है। इस मामले में मुख्यमंत्री को सोमवार को कई संगठनों ने शिकायत की है। जानकारी के अनुसार आदिवासी संगठनों सहित कई समाजिक कार्यकार्ताओं ने मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा 2020 के प्रश्न पत्र में भील जनजाति को शराबी और अपराधी प्रवृत्ती का बताने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से सीधे शिकायतें की थी। इन शिकायतों को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया और मामले की जांच करने के आदेश देर शाम जारी किए है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 12 जनवरी 2020 को आयोजित मध्यप्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2019 के प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति के संबंध में पूछे गए प्रश्नों को लेकर मुझे काफ़ी शिकायतें प्राप्त हुई है। इसकी जाँच के आदेश दे दिये गये है। इस निंदनीय कार्य के लिए निश्चित तौर पर दोषियों को दंड मिलना चाहिए , उन पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए ताकि इस तरह की पुनरावृति भविष्य में दोबारा ना हो। मैंने जीवन भर आदिवासी समुदाय , भील जनजाति व इस समुदाय की सभी जनजातियो का बेहद सम्मान किया है ,आदर किया है। मैंने इस वर्ग के उत्थान व हित के लिए जीवन पर्यन्त कई कार्य किये हैं।मेरा इस वर्ग से शुरू से जुड़ाव रहा है। मेरी सरकार भी इस वर्ग के उत्थान व भलाई के लिए वचनबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रही है।