सीएम भूपेश बघेल बोले- राष्ट्रपति चुनाव में पुराने सहयोगी का साथ दें भाजपाई
रायपुर। राष्ट्रपति चुनाव पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मा की आवाज सुनकर वोट डाले जाएंगे। राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा नेताओं को अपने पुराने साथी का सहयोग करना चाहिए। विचारधारा का सवाल है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल इलाका है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने आदिवासियों के हित में जिस तरीके से काम किया है, इसकी तुलना मध्य प्रदेश से कर लीजिएगा। आदिवासियों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने, उनको अधिकार दिलाने, पेसा नियमावली या फिर जमीन वापस करने की बात हो, सारी चीजों की व्यवस्था छत्तीसगढ़ में की गई है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस विधायकों और सांसदों से एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान की अपील की थी।
वहीं, मंत्री कवासी लखमा ने भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। लखमा ने कहा कि राष्ट्रपति का चुनाव दल से तय होता है। द्रौपदी मुर्मू उनके पक्ष की आदिवासी हैं, हमारे पक्ष का कोई नहीं है। हमने समझदार, योग्य व्यक्ति को खड़ा किया है। लखमा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव काफी बड़ा चुनाव है। आदिवासियों को ही उम्मीदवार बनाना था, तो राज्यपाल अनुसुईया उइके, केदार कश्यप और रामविचार नेताम को प्रत्याशी बनाते, तो छत्तीसगढ़ के आदिवासी खुश होते। उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए किस तरह के प्रत्याशी को खड़ा किया है, ये उनके आका जानें।
क्या अग्निवीर की तरह शिक्षावीर बनाएगी केंद्र सरकार
बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आठ साल से केंद्र में भाजपा की सरकार है। उनको सूची जारी करना चाहिए कि कितने लोगों को रोजगार दिया गया है। कोरोना काल में कितने लोग बेरोजगार हुए, उसकी भी सूची जारी करना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष किया कि अग्निवीर जैसा केंद्र सरकार क्या शिक्षावीर, चिकित्सा वीर बनाएगी। केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ माडल देखने केंद्रीय मंत्री आ रहे हैं। गुजरात माडल फेल हो चुका है। छत्तीसगढ़ माडल किस तरीके से काम कर रहा है। कैसा काम किया जा रहा है, उसको देखने आ रहे हैं और प्रशंसा करके जा रहे हैं।