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भविष्य में हड़ताल नहीं करने का दिया आश्वासन, सीएम ने मानी जूडा की मांगें

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मंगलवार को प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के जूडा प्रतिनिधि चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को पूरी संवेदनशीलता के साथ जूडा की मांगें स्वीकार करने पर धन्यवाद दिया और भविष्य में हड़ताल नहीं करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बांड पर कार्य करने वाले चिकित्सक को वहीं वेतन दिया जायेगा, जो नियमित चिकित्सक को सेवा के प्रथम वर्ष में दिया जाता है। इसी तरह पीजी प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के चिकित्सकों को स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल ऑफिसर को प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष में मिलने वाली राशि के बराबर राशि ही मिलेगी। जब भी मेडिकल ऑफिसर की राशि बढ़ेगी, चिकित्सकों की राशि में भी उसी के अनुरूप बढ़ोत्तरी होगी।

इसी तरह सीनियर रेसीडेंट का की राशि 49 हजार रूपये से बढ़ाकर 65 हजार, जूनियर रेसीडेंट की राशि 36 हजार से बढ़ाकर 45 हजार और इंटर्न की राशि 8 हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों की परिस्थिति को देखते हुए एक मुश्त तीस हजार रूपये की राशि पुस्तकें खरीदने के लिये देने पर भी सहमति दी।

जूडा के अनुसार इन मांगों को मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया –
मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों के लिये हॉस्टल सुविधा का उन्ययन किया जायेगा। हॉस्टल फीस से प्राप्त होने वाली राशि हॉस्टल के उन्नयन में रहवासियों की सहमति से व्यय की जायेगी।
स्नात्कोत्तर विद्यार्थियों एवं सीनियर रेजीडेंट के लिये इंदौर, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर, रीवा एवं सागर प्रत्येक में 100 आवासों का हॉस्टल बनाया जायेगा। इस पर कुल व्यय लगभग रूपये 60 करोड़ अनुमानित है। अगले दो साल में यह बनकर तैयार हो जायेगा।
चिकित्सा विद्यार्थी की बीमारी की दशा में समस्त चिकित्सा व्यय शासन द्वारा वहन किया जायेगा। विदयार्थियों का स्वास्थ्य बीमा कराया जायेगा।
4. ग्रामीण क्षेत्र में सेवा का बांड भरने वाले विद्यार्थी द्वारा मध्यप्रदेश में उच्चतर शिक्षा पूर्ण होने पर ही ग्रामीण क्षेत्र में सेवा ली जायेगी।
विद्यार्थियों एवं सीनियर रेजीडेंट को मेडिकल कॉलेज के कार्यों में यथोचित प्रतिनिधित्व दिया जायेगा।

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