अमेरिका से तनातनी, शी जिनपिंग ने अपनी सेना से कहा- युद्ध के लिए तैयार रहो
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिणी चीन सागर पर बढ़ते विवाद और अमेरिका से तनातनी के बीच अप्रत्याशित रूप से अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने निर्देश दिया है. राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उच्च अधिकारियों के साथ हुई अहम बैठक के दौरान युद्ध के लिए हरसंभव तैयारी की बात कही.
चीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना के उच्च अधिकारियों को चीन की चुनौतियों और संभावित खतरों को देखते हुए सुरक्षा और विकास की जरूरतों को पूरी करने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा है. शी जिनपिंग केंद्रीय सैन्य आयोग के भी अध्यक्ष भी हैं. इससे पहले सितंबर चीन में 69वें नेशनल डे की तैयारियों के बीच चीनी राष्ट्रपति ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया था.
दक्षिणी चीन सागर पर बढ़ते सीमा विवाद और अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध के गहराने के बीच चीन अपनी सैन्य क्षमता को और मजबूत करना चाहता है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ का कहना है कि शी जिनपिंग ने अपने शीर्ष सैन्य अफसरों के साथ बैठक में कहा कि चीन पर खतरा और चुनौतियां बढ़ती जा रही है, ऐसे में हमारे सुरक्षा बलों को सुरक्षा के लिए और काम करने की जरुरत है.
समाचार एजेंसी के अनुसार, राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि दुनिया ऐसे कई बदलावों का सामना कर रही है जो इस सदी में कभी नहीं देखी गई. चीन अभी भी विकास के रणनीतिक अवसर की महत्वपूर्ण अवधि में है. आपात स्थिति में हमारे सुरक्षा बलों को त्वरित तौर पर जवाब देने में सक्षम बनाए जाने की जरुरत है. इसके लिए संयुक्त संचालन क्षमताओं को अपग्रेड करने और नए तरह के उन्नत लड़ाकू बलों को तैयार करने की आवश्यकता है.
शी जिनपिंग का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एशिया रिएस्योरेंस इनीशिएटिव एक्ट पर हस्ताक्षर करने के कुछ दिन बाद आया है जो इस द्वीप की सुरक्षा के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है.
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि चीन के साथ जारी व्यापार संबंधी बातचीत सही दिशा में जा रही है. ट्रंप ने रोज गार्डन में कहा, ‘हमारी चीन के साथ व्यापक स्तर पर व्यापार संबंधी बातचीत जारी है. राष्ट्रपति शी इसमें बहुत दिलचस्पी ले रहे हैं और मैं भी. हम उच्चतम स्तर पर बातचीत कर रहे हैं, हम बहुत अच्छा कर रहे हैं.’
ट्रंप ने कहा, ‘इस बीच हमने चीन और अन्य से कई अरब डॉलर व्यापार शुल्क लिया है. हमारे स्टील उद्योग ने शानदार वापसी की है और इससे मैं बहुत खुश हूं.’