बच्चों को मिल सकते हैं 733 बड़े कोविड केयर सेंटर्स
कोरोना की तीसरी लहर आने से पूर्व बच्चों का विशेष ख्याल रखने की हिदायत विश्वस्वास्थ्य संगठन, आईसीएमआर, एम्स दिल्ली ,अमरीका, यूएसएसआर जैसे देशों ने भी दी है और अनेक देश अभी से ही स्वास्थ्य व्यवस्था मुकम्मल कर रहे हैं अपने-अपने देशों में..। मानसरोवर आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एण्ड रिसर्च भोपाल के प्रोफेसर व आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राकेश पाण्डेय ने कहा कि, राजधानी भोपाल, ग्वालियर, रतलाम, बुरहानपुर, मंदसौर, इंदौर, जबलपुर,रीवा, उज्जैन, विदिशा, छतरपुर समेत प्रदेश के 43 आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी व नैचरोपैथी – आयुष महाविद्यालययीन चिकित्सालयों समेत देशभर के 733 महाविद्यालयीन चिकित्सालयों को बच्चों के लिये कोविड केयर सेंटर्स बना दिया जावे और अभी से ही सभी मशीनरी उपकरण , औषधियां समेत आयुर्वेद व एलोपैथी दोनों मिश्रित प्रोटोकॉल तैयार कर लिया जावे ताकि अभी से ही बच्चों का इलाज किया जा सके। फिलहाल देशभर में बच्चों के केस बढ़ रहे हैं। डॉ पाण्डेय ने बताया कि, आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों के अंतर्गत बालरोग विभाग के अंतर्गत बच्चों के लिये, स्वस्थवृत विभाग के तहत योगा , कायचिकित्सा विभाग के अंतर्गत मेडिसिनल औषधियां व शल्य-शालाक्य विभागांतर्गत सामान्य सर्जरी व आंखों से संबंधित खासकर बच्चों में ब्लैक फंगस पर लाभ दिया जा सकेगा। एसोसिएशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय आयुष व स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख रहा है ताकि देश को 733 बड़े कोविड केयर सेंटर्स बच्चों को मिल सकें। अभी तक देशभर में एक भी कोविड केयर सेंटर बच्चों के लिये रिजर्व नहीं किया गया है।