छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री रमन सिंह से लिया था ‘आर्शीवाद’, पता चला शादीशुदा है जोड़ा
जगदलपुर/बस्तर: सरकार गरीबों, पिछड़ों के लिए अनेक योजनाएं लाती है, लेकिन लोग इन योजनाओं को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. साथ ही इसके चलते पात्र व्यक्ति को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. 18 मार्च (रविवार) को जगदलपुर के लाग बाग मैदान में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्यादान योजना के तहत हुई 1100 जोड़ों की शादी के मामले में चौका देने वाली जानकारी सामने आई है. जिस नवविवाहित जोड़े को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस आयोजन में आशीर्वाद दिया था, उस पर जोड़े के पहले से ही शादीशुदा होने का मामला प्रकाश में आया है. हालांकि मामले में अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
1100 जोड़े की हुई थी शादी
मुख्यमंत्री सामूहिक कन्यादान योजना के तहत जगदलपुर के लाल बाग मैदान में 1100 जोड़ों की शादी महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने करवाई थी. आयोजन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने एक जोड़े (प्रिय श्रीवास्तव और प्रकाश बाजपेयी) को मंच पर आशीर्वाद दिया था और इनके साथ फोटो भी खिंचवाई थी. वहीं अब खबर मिली है कि इस जोड़े की शादी का रिसेप्शन 10 दिसंबर, 2017 को जगदलपुर के गुजराती समाज भवन में दिया जा चुका है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस जोड़े ने प्रेम विवाह किया था. दुल्हन के जोड़े में प्रिया और दूल्हे के रूप में प्रकाश ने विवाह की पार्टी भी दी. इतना ही नहीं ये जोड़ा उस समय से अब तक साथ ही रहता है. इसके बाद 18 मार्च, 2018 को जोड़े का विवाह मुख्यमंत्री सामूहिक कन्यादान योजना के तहत जगदलपुर में भी करवाया गया. दिसंबर 2017 में शादी की पार्टी दिए जाने की बात खुद दुल्हन भी स्वीकार रही है. दुल्हन का कहना है कि उन्होंने सिर्फ सरकारी प्रमाण पत्र के लिए इस आयोजन में शादी की थी.
फर्जी कागजों का लिया सहारा
वहीं अधिकारियों के दबाव बनाने पर दुल्हन ने कहा कि 2017 में उसकी शादी के बिना ही पार्टी दे दी गई थी. आपको बता दें कि बीपीएल कार्डधारी प्रिया की मां एस विश्वकर्मा, शासकीय महारानी अस्पताल में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं. उन्हें प्रतिमाह 10 हजार रुपए की तनख्वाह मिलती है. इसके बावजूद वे बीपीएल कार्डधारी हैं और गरीबी रेखा के नीचे आती हैं. आईटीआई के तहत उनकी बेटी को मुख्यमंत्री सामूहिक कन्यादान योजना के अंतर्गत हितग्राही चुना गया था. इस पूरे मामले पर विभागीय अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं. शहरी परियोजना के प्रशासनिक प्रभारी एन कुरैशी का कहना है कि उन्होंने जोड़े के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ही उनका विवाह करवाया था. बस्तर में विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार की खबरें लगातार आती हैं. कई भ्रष्ट अधिकारियों पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस दौरान कार्रवाई भी की है लेकिन इस तरह के मामलो में कोई कमी नहीं आ रही है.