दलित महिला जिला पंचायत अध्यक्ष को सीईओ ने किया बेइज्जत
— सदस्यों ने की नारे बजी ,फूंका पुतला ,शुरू हुआ अनशन
मध्यप्रदेश। प्रदेश में दलित महिला जनप्रतिनिधयों की अफसर कितना सुनतें और उन्हें किस हद तक तवज्जों देते है इसकी एक बनकी छतरपुर कलेक्टर कार्यालय में देखने को मिली है। कलेक्टर कार्यालय में ही जिला पंचायत सीईओ ने जिला पांचायत अध्यक्ष कलावती अनुरागी को अपशब्द कहे और बेइज्जत किया। जिला पंचायत सीईओ की इस हिमाकत के विरोध में सभी सदस्यों ने नारेबाजी की और सीईओ का पुतला फूंका है। यह मामला यह थामने वाला नहीं है,जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों ने कहा है कि जब तक सीईओ माफी नहीं मांग लेते तब तक धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती अनुरागी ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने कुछ छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर वहां मिली खामियों के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही के लिए प्रतिवेदन दिया था। जिला पंचायत सीईओ ने पूर्व में 8 दिन में कार्यवाही की बात कही थी लेकिन जब समय निकल गया और कार्यवाही नहीं हुई तो उन्होंने फिर से कार्यवाही के लिए कहा। शुक्रवार को सीईओ कलेक्टर के चेम्बर में थे और उनसे कार्यवाही के लिए कहा गया तो वे अभद्रता पर उतारू हो गए। जिला पंचायत सीईओ की इस हरकत से महिला अध्यक्ष काफी आक्रोशित हुईं। वे सदस्यों के साथ चेम्बर के बाहर निकलीं और पण्डाल लगाकर धरना शुरू कर दिया। जिला पंचायत सीईओ के जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। प्रदर्शन के बाद सीईओ का पुतला फूंका गया। जिला पंचायत सदस्य गोविंद सिंह का कहना है कि सीईओ का रवैया तानाशाहीपूर्ण है। अब तक किसी भी सीईओ द्वारा दलित महिला अध्यक्ष का अपमान नहीं किया गया। जब तक इस सीईओ के खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी तब तक वे किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे। इस पूरे प्रदर्शन के अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष अमित पटैरिया, अशोक मिश्रा, गोविंद सिंह, कामता बंसल, दरबारी कुशवाहा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।