भाभी और देवर दोनों साथ होंगे झारखंड विधानसभा में
झारखंड। निर्वाचन इतिहास में शयद यह पहली मर्तबा होगा जब प्रदेश की विधानसभा में देवर -भाभी एक साथ निर्वाचित होकर बैठेंगे। यहीं नहीं देवर प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे और भाभी मंत्री हो सकतीं है।
( सीता सोरन ,विधायक जामा विधानसभा )
दरअसल, विधानसभा चुनाव 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर जामा विधानसभा सीट से सीता सोरन चुनाव मैदान में उतरी थी,उन्होंने इस सीट से विजय हसिल की है। इसी तरह पार्टी के नेता हेमंत सोरन ने दो सीट दुमका और बरहेट से चुनाव लडा और दोनों ही सीट से जीत गए। अब सवाल यह कि यह दोनों निर्वाचित उम्मीदवार का आपस में क्या संबंध है। यह दोनों सीता सोरन और हेमंत सोरन का आपस में भाभी देवर का रिश्ता है। निर्वाचित विधायक सीता सोरन झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता शिबू सोरेन की पुत्रवधु है,उनका विवाह शिबू सोरेन के बड़े पुत्र दुर्गा सोरन से हुआ था। 21 मई 2009 को सिने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पाताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका निधन हो गया था।
(हेमंत सोरन)
उसके बाद ही शिबू सोरेन के छोटे पुत्र हेमंत सोरन ने पार्टी का काम संभाला और चुनाव भी लडा। इस बार 2019 में देवर और भाभी ने विधानसभा चुनाव लडकर विधानसभा पहुंचने में सफलता हासिल की है।