छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव: 18 सीटों पर वोटिंग शुरू, राजनांदगांव सीट पर सबसे ज्यादा दावेदार
छत्तीसगढ़ चुनाव के पहले चरण में सोमवार को हो रहा मतदान तय करेगा कि राज्य के आदिवासी बहुल और माओवादी प्रभावित क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा कायम रहेगा या भाजपा बाजी मारने में कामयाब होगी। दोनों पार्टियां उम्मीद जता रही हैं कि बस्तर क्षेत्र में इस बार वे पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें जीतेंगी। पहले चरण में 18 सीटें हैं, जिनमें से बस्तर क्षेत्र की आठ सीटों समेत 12 पर पिछले चुनाव में कांग्रेस जीती थी। भाजपा सिर्फ छह सीटों पर कामयाब हुई थी।
गठबंधन कर सकता है खेल :
जानकारों का अनुमान है कि भाकपा, बसपा और अजीत जोगी की जेसीसी पार्टी का गठबंधन दंतेवाड़ा और सुकमा समेत कुछ सीटों पर लोगों को हैरत में डाल सकता है। साल 2013 के चुनाव में, राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच वोट शेयर का अंतर एक फीसदी से भी कम (0.75 फीसदी) रहा था। ऐसे में अब जब जोगी ने अलग पार्टी बनाकर बसपा से हाथ मिला लिया है, तब चुनावी नतीजों पर इसके असर से इनकार नहीं किया जा सकता।
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राजनीतिक विश्लेषक अशोक तोमर ने कहा, पहले चरण का चुनाव दोनों पार्टियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें जिस तरह और जितना मतदान होगा, वह राज्य की सियासी लहर को प्रतिबिंबित करेगा।
लोकतंत्र की ताकत
– 18 सीटों पर होगा मतदान
– 31,79,520 कुल मतदाता
– 16,21,839 पुरुष मतदाता
– 15,57,592 महिला मतदाता
– 89 किन्नर मतदाता
मौजूदा समीकरण
– 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
– 06 सीटें सत्तारूढ़ भाजपा के पास
महिला भागीदारी बढ़ाने की चुनौती
– 190 उम्मीदवार कुल जमा, चुनाव मैदान में हैं
– 173 (92.5%) उम्मीदवार पुरुष हैं
– 14 (7.5%) उम्मीदवार महिलाएं हैं
चुनाव आयोग की तैयारी
– 4,336 मतदान केंद्रों पर होगा मतदान, 200 मतदान केंद्रों के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल
-10 सीटों पर सिर्फ तीन बजे तक मतदान होगा, शेष सभी सीटों पर पांच बजे तक मतदान होगा
राजनांदगांव सीट पर सर्वाधिक दावेदार
– 30 प्रत्याशी मुख्यमंत्री समेत राजनांदगांव में हैं, जो पहले चरण में सर्वाधिक उम्मीदवारों वाली सीट है
– 5-5 उम्मीदवार बस्तर और कोंडागांव में हैं, जो पहले चरण में सबसे कम उम्मीदवारों वाली सीटें हैं
दागियों से परहेज नहीं
-08 फीसदी प्रत्याशियों ने खुद पर दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी
-04 फीसदी प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या व डकैती जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं
अखाड़े में अरबपति
– 119 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ खैरागढ़ के प्रत्याशी देवव्रत सिंह सबसे धनी प्रत्याशी हैं
– 1200 रुपये मात्र की संपत्ति है राजनांदगांव से किस्मत आजमा रहीं प्रतिमा वासनिक की
इनकी प्रतिष्ठा दांव पर
1. रमन सिंह- 15 साल से मुख्यमंत्री, एक बार फिर अपनी पारंपरिक सीट राजनांदगांव से भाजपा प्रत्याशी।
2. करुणा शुक्ला- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी, राजनांदगांव से ही कांग्रेस प्रत्याशी।
3. महेश गागड़ा- मौजूदा सरकार में वन एवं विधि मंत्री। भाजपा के टिकट पर दोबारा बीजारपुर से लड़ रहे।
4. देवती कर्मा- नक्सलियों के खिलाफ सलवा जुडूम अभियान में अहम भूमिका निभाने वाले महेंद्र कर्मा की पत्नी। दंतेवाड़ा से कांग्रेस उम्मीदवार।
दंतेवाड़ा पर देवती के पूरे कुनबे की दावेदारी
दंतेवाड़ा से कांग्रेस की प्रत्याशी देवती कर्मा का पूरा कुनबा अलग-अलग पार्टियों के टिकट पर चुनाव मैदान में है। देवती के बहनोई भीमामंडावी भाजपा उम्मीदवार के रूप में उनके खिलाफ खड़े हैं। जबकि भाकपा प्रत्याशी नंदराम सोरी से उनके भाई-बहन के रिश्ते हैं। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी बल्लू भवानी की वह चाची हैं। निर्दलीय जया कश्यप उनकी भांजी हैं। बसपा प्रत्याशी केशव नीतम और भारतीय पंचायत पार्टी प्रत्याशी सुंदरु कुंजम का भवानी से मामा-भांजी का रिश्ता है।