छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव: नक्सल प्रभावित बस्तर में होगी ड्रोन से निगरानी
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में विधानसभा चुनाव के दौरान जमीन से लेकर आसमान तक से निगरानी की व्यवस्था रहेगी। बस्तर रेंज पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं, पांच सौ पैरामिलेट्री फोर्स अंदरूनी इलाकों में तैनात किए जाएंगे। साथ ही एक एयर एंबुलेंस तथा चार हेलीकाप्टर तैनात किये जाएंगे, जो हवाई निगरानी करेंगे। एयर एंबुलेंस जगदलपुर हवाई अड्डे पर तैनात रहेगा, जिससे जवानों को किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में त्वरित उपचार के लिए मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रखने के लिये मानव रहित ड्रोन की सेवा ली जा रही है। संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्रों में 12 नवंबर को होने जा रहे पहले चरण के मतदान को लेकर बस्तर पुलिस ने संवेदनशील, अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पिछले दो हफ्तों से सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। भारतीय तिब्बत सीमा सुरक्षा बल, केन्द्रीय सुरक्षा बल, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सीमा सुरक्षा बल के जवानों की टुकड़ियां बस्तर पहुंच चुकी हैं। बारूदी सुरंग के खतरे को देखते हुए प्रशिक्षित खोजी कुत्ते, अत्याधुनिक बम डिटेक्टर सिस्टम के साथ जवानों की ड्यूटी लगा दी गई है।
सिन्हा ने बताया कि पहली बार जवानों को सैटेलाईट ट्रेकर दिया जायेगा, जिसे संभाग मुख्यालय से जोड़ा जायेगा। ये जवानों का मूवमेंट बताएगा। संवेदनशील हर विधानसभा में 20 से 25 ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पहली बार हर गांव को नेटवर्क प्रोफाईल से जोड़ा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गांव प्रमुखों से सीधी बात की जायेगी, ताकि क्षेत्र में होने वाली घटना एवं अन्य जानकारी त्वरित मिल सके।
उन्होंने बताया कि संभाग में दो हजार 859 मतदान केंद्रों में से एक हजार 190 अत्यंत संवेदनशील तथा 992 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। कर्मचारियों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर का उपयोग किया जाएगा। सिन्हा ने बताया कि संभाग के 187 मतदान केंद्रों को अन्यत्र स्थानांतरित करने का प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजा गया है