साइबर अभियान को लेकर अमेरिका ने उत्तर कोरिया को दी चेतावनी
अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचसी) विभाग ने कहा है कि इसने उत्तर कोरिया की साइबर गतिविधि की पहचान की है। एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
सीएनएन ने गुरुवार को एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि डीएचएस और एफबीआई अमेरिकी सरकार के सहयोगियों के साथ ट्रोजन मैलवेयर जैसे सॉफ्टवेयर के उत्तर कोरिया द्वारा इस्तेमाल को उजागर करने के लिए काम कर रहे हैं, जिसका (उत्तर कोरिया) इरादा कंप्यूटर या कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाना या अक्षम बनाना है।
डीएचएस कंप्यूटर इमरजेंसी रेडीनेस टीम की रिपोर्ट के अनुसार, “यह मैलवेयर संस्करण ‘टाइपरफ्रेम’ के रूप में जाना जाता है, इसका उल्लेख करते हुए अमेरिकी सरकार उत्तरी कोरियाई सरकार की दुभार्वनापूर्ण साइबर गतिविधि को संदर्भित करती है।”
रिपोर्ट में कहा गया, “इस जानकारी को साझा करने का इरादा नेटवर्क रक्षकों को उत्तरी कोरियाई सरकार की साइबर गतिविधि और कम करने के लिए सक्षम करना है।”
अमेरिका ने सिर्फ उत्तर कोरिया पर ही ऐसा आरोप नहीं लगाया है बल्कि अप्रैल में उसने और ब्रिटेन ने रूसी हैकरों पर नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने का आरोप लगाया था।