गठबंधन के स्टार प्रचारक होंगे अजीत जोगी, किसी भी सीट से नहीं लड़ेंगे चुनाव
छत्तीसगढ़ में बीजेपी-कांग्रेस को चुनौती देने वाली पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुखिया अजीच जोगी खुद राज्य की किसी भी सीट से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. जोगी की पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महागठबंधन ने फैसला किया है कि उनकी ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे.
पार्टी के महासचिव अब्दुल हमीद हयात ने शुक्रवार को बताया कि इस विषय पर पिछले कुछ दिनों से महागठबंधन के कार्यकर्ता, महागठबंधन के पदाधिकारियों के बीच सवाल उठा रहे थे कि मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी को पहले चरण में बस्तर की सीटों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है और इसी वजह से तत्काल यह फैसला लिया गया है.
सभी सीटों पर करेंगे प्रचार
उन्होंने बताया कि इस विषय पर गठबंधन के सभी वरिष्ठ नेताओं एवं पदाधिकारियों के बीच आज चर्चा हुई और यह निर्णय किया गया कि महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी अजीत जोगी को कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा बल्कि 90 सीटों में सघन प्रचार कराया जाएगा.
महागठबंधन के इस निर्णय का कारण बताते हुए महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि अगर जेसीसीजे अकेले 90 सीटों पर चुनाव लड़ती तो अजीत जोगी ख़ुद चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र थे. लेकिन महागठबंधन होने के वजह से उनके दौरों, सभा और प्रचार कार्यक्रमों की संख्या दोगनी हो गयी है और इसलिए अब उनका समय सभी 90 विधानसभाओं में प्रमुखता से बंटना चाहिए.
हयात ने बताया कि अगर जोगी किसी एक सीट से लड़ेंगे तो उनका अधिक समय उस अकेली सीट में प्रचार करने में निकल जाएगा जिससे महागठबंधन को बस्तर और अन्य स्थानों पर नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसी वजह से महागठबंधन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने यह निर्णय किया है कि मुख़्यमंत्री पद के प्रत्याशी अजीत जोगी को किसी भी सीट से चुनाव न लड़ाया जाए.
महागठबंधन के इस फैसले पर अजीत जोगी ने कहा कि महागठबंधन के निर्णय के अनुसार ही वह चलेंगे. महागठबंधन के बाद उत्पन्न परिस्थितियों और उनकी सभी 90 सीटों पर सघन आवश्यकता के अनुरूप यह निर्णय लिया गया है. यह निर्णय छत्तीसगढ़ में महागठबंधन की सरकार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
12 और 20 नंवबर को वोटिंग
छत्तीगसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. राज्य में दो चरणों में 12 नवम्बर और 20 नवम्बर को मतदान होगा. पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों पर तथा दूसरे चरण में 20 नवम्बर को 72 सीटों पर मतदान होगा. राज्य में चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने महागठबंधन बनाया है. राज्य में 90 विधानसभा सीटों में बसपा 33 सीटों पर, जनता कांग्रेस 55 सीटों पर और सीपीआई दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री रमन सिंह की मौजूदा सीट राजनांदगांव से चुनाव लड़ने का फैसला किया था. अब उनके चुनाव नहीं लड़ने के फैसले को राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है.