कोरोना के बाद अब नया रोग एस्परजिलस
— फेफड़ों में फंफूद लगना खतरनाक पर इलाज संभव
— आयुर्वेद स्टेरॉयड तलाशना होगा
कोरोना के बाद ब्लैक फंगस, ब्लैक फंगस के बाद नया रोग एस्परजिलस ( एस्परजिलोसिस) जिसमें कोरोना तो ठीक हो रहा है पर कुछ मरीजों में पोस्टकोविड में फेफड़ों में फफूंद लग रही है जो खतरनाक है पर इलाज से मरीज को बचाया जा सकता है! आयुर्वेद पीजी एसोसिएशन के प्रेसीडेंट डॉ राकेश पाण्डेय ने बताया कि, डेमेज फेफड़ों में कफ के साथ रक्त आता है! लंग्स फेलियर का भी खतरा है। एलोपैथिक लाइपोजोमल, एम्फोटेरेसिन बी, हॉरिकोनोजाल दिया जाता है। स्टेरॉयड की अधिकता एवं डॉयबिटीज मरीज ज्यादा और शीघ्र प्रभावित होते हैं। डॉ. राकेश पाण्डेय ने केंद्र व राज्य सरकारों से कहा है कि आयुर्वेदीय स्टेरॉयड का उपयोग एलोपैथिक स्टेरॉयड की जगह करके मरीजों की जान बचायी जा सकती है। चिकित्सक की सलाह पर अश्वगंधा, यष्टिमधु, दालचीनी, मकोय, अर्जुन, पुनर्नवा, चित्रक, नागरमोथा , निर्गुण्डी , रसोन आदि का उपयोग किया जा सतता है। रिसर्च की जरूरत हो तो रिसर्च के परिणाम के साथ प्रयोग सफल होने की उम्मीद है! समय रहते इलाज हो तो मरीज को बचाया जा सकता है। स्टेरॉयड का प्रयोग जितना कम हो मरीज के हित में है।