आखिर शिवराज ने क्यों कहा ये शर्मनाक तुष्टीकरण!
(दीपक भार्गव)
मध्यप्रदेश। प्रदेश में कोलाहल नियंत्रण को लेकर की जा रही प्रशासनिक सख्ती को लेकर सियासी पारा चढ गया है। कमलनाथ सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाकार बीजेपी के तमाम नेता समेत धार्मिक संगठन के लोग विरोध करते नजर आ रहे हैं। मंगलवार को पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीटर वार करते हुए कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाया कि ये शर्मनाक तुष्टिकरण है! पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि कमलनाथ जी, कोलाहल नियंत्रण के नाम पर मंदिर से स्पीकर हटाने का जो आदेश जारी हुआ है, क्या रात 10 से सुबह 6 के बीच स्पीकर का उपयोग करने वाले दूसरे धार्मिक स्थलों पर भी आप यह लागू करवा पाएंगे? प्रदेश के मुखिया की दृष्टि में तो सभी धर्म समान होने चाहिए, या नहीं ?
यहां बता दें कि सीहोर जिले के आष्टा में एक प्राचीन मंदिर से विवाद उपजा है। बताया जाता है कि यहां प्रशासन ने लाउड स्पीकर हटाने का मौखिक आदेश दिया था। मंदिर समिति का आरोप है कि प्रशासन की ओर से ये आदेश दिया गया है कि अगर प्रतिबंधित अवधि में लाउडस्पीकर मंदिर में बजा जो उसे जब्त कर लिया जाएगा। इसके बाद से ही आष्टा में धार्मिक संगठन व भाजपा के लोग आदेश के विरोध में उतर आए।
आष्टा में हुआ प्रदर्शन—
सीहोर जिले के आष्टा में सोमवार को भाजपा व हिन्दू उत्सव समिति के लोगों ने सरकार के विराध में सडक पर आकर प्रदर्शन किया व ज्ञापन देकर सरकार से फरमान वापस लेने की अपील की गई।