बोले एडीजी, बुलंदशहर हिंसा में कोई नहीं है मुख्य आरोपी
लखनऊ : गोकशी के मामले को लेकर बुलंदशहर में भड़की हिंसा और इसमें हुई पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या को लेकर एसआईटी गठित कर दी गई है. हालांकि पुलिस की तरफ से लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर बदले बयान सुर्खियों में है, जिसके बाद प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर को आज एक बार फिर प्रेस कांफ्रेंस कर स्थिति साफ करनी पड़ी.
राजधानी में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए एडीजी ने उन तमाम सुर्खियों और मीडिया रिपोर्ट को गलत बताया जिसमें मुख्य आरोपी सहित चार की गिरफ्तारी की बात कही गई थी. एडीजी ने साफ किया कि मामले में अभी कोई मुख्य आरोपी नहीं बनाया गया है. इसके पहले इंस्पेक्टर की हत्या और हिंसा भड़काने के आरोप में चार लोगों की गिरफ्तारी की बात कही गई थी. जिसमें विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और बीजेपी नेताओं के नाम सामने आ रहे थे.
बुलंदशहर में हिन्दू संगठनों द्वारा हिंसा भड़काए जाने की बात कही जाने लगी. मामले पर बोलते हुए प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि अभी किसी भी हिन्दू संगठन का नाम लेना जल्दबाजी होगी. जांच के बाद हिंसा और इससे हुई हत्या का मामला पता चलेगा.
मामला तूल पकड़ता देख एडीजी लॉ एंड आर्डर एक बार फिर प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी. उन्होंने हिंसा में अभी किसी भी हिन्दू संगठन या फिर राजनीतिक दल के नेताओं की गिरफ्तारी से साफ इनकार कर दिया. साथ ही उन्होंने मामले में मुख्य आरोपी बताए जा रहे योगेश राज पर स्थिति साफ करते हुए कहा कि जांच के पहले किसी को भी मुख्य आरोपी नहीं बनाया गया है. हालांकि योगेश के गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.
एडीजी ने कहा कि मामले में दो एफआईआर दर्ज किए गए हैं. जिसमें पहला गोकशी का है और दूसरे उससे भड़की हिंसा और हत्या का है. घटना को लेकर एसआईटी की जांच की जारी है. उन्होंने कहा कि किसी निर्दोष को न गिरफ्तार किया जाए इसलिए एसआईटी का गठन किया गया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस की 6 टीम लगातार दबिश दे रही है. वीडियो और फोटोज के आधार पर गिरफ्तारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि दिवंगत इंस्पेक्टर को पूरी तरह से गॉड ऑफ ऑनर दिया जा रहा है. एडीजी ने कहा कि सुबोध सिंह हमारे लिए शहीद है. जिस छात्र सुमित को गोली लगी है उसका पीएम किया जा रहा है बॉडी से बुलेट मिली है.
चार लोगों की हुई है गिरफ्तारी
एडीजी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि मामले में जिन चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनके नाम चमन, रामबल, आशीष चौहान और सतीश है. इनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद पता चलेगा कि कैसे क्या घटना हुई थी. एसआईटी की जांच में साबित होंगा कि घटना के पीछे कौन है. साथ ही पशु विभाग से सामग्री की भी जांच कराई जाएगी.