लेखिका गीता मेहता ने ठुकराया पद्म श्री
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बहन और प्रसिद्ध लेखिका गीता मेहता ने सरकार की तरफ से दिया गया ‘पद्म श्री’ सम्मान स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मेहता को इस सम्मान से नवाजे जाने का ऐलान किया गया था, जिसे लेकर न्यूयॉर्क में रह रहीं इस लेखिका ने कहा कि लोकसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले दिए गए इस सम्मान से गलत संदेश जाएगा. मेहता ने इस संबंध में एक बयान जारी कर कहा कि यह कदम सरकार और उनके लिए शर्मिंदगी का सबब बन सकता है.
उन्होंने ये भी कहा कि, ‘मैं इस बात से बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं कि सरकार ने मुझे पद्म श्री जैसे सम्मान के लायक समझा, लेकिन मुझे बहुत ही अफसोस के साथ इसे लेने से मना करना पड़ रहा है. देश में आम चुनाव नजदीक हैं और अवॉर्ड की टाइमिंग से समाज में गलत संदेश जाएगा, जो मेरे और सरकार दोनों के लिए शर्मिंदगी की बात होगी. इसका मुझे हमेशा अफसोस रहेगा.’
आपको बता दें,उनकी पुस्तकों को 21 भाषाओं में अनुवादित किया गया है और यूरोप, अमेरिका और भारत में बेस्टसेलर सूची में शामिल किया गया है। उनकी कल्पना और गैर-कल्पना दोनों का विषय विशेष रूप से भारत पर केंद्रित है.
1979 में, उनकी पहली पुस्तक ‘कर्मा कोला’ प्रकाशित हुई थी।