अपारशक्ति खुराना को पसंद आई मेरी दाढ़ी!
(कीर्ति राणा)
सुपरहिट फिल्मों दंगल, स्त्री के को स्टार अपारशक्ति खुराना बालीवुड का पहचाना नाम है। हाल ही में इंदौर आए कॉमेडीयन सुनील ग्रोवर के कॉमेडी शो ‘कानपुर वाले खुरानाज’ के प्रमोशन के लिए। मैंने कहा आप इस शो के एंकर हैं सुनील ग्रोवर, फरहा खान और बाकी कामेडियन एक्टर हैं तो इसका नाम चंडीगढ़ वाले चोपड़ाज या और कुछ भी हो सकता था । वो जोर से हँसे फिर बोले अब टीवी की दुनिया में बदलाव आ रहे हैं अधिकांश शो यूपी, गुजरात, राजस्थान बेस्ड हो रहे हैं इसलिए कानपुर पर फोकस किया है।
अचानक उनका ध्यान मेरी दाढ़ी पर गया और बोले मेरे पापा की भी ऐसी ही दाढ़ी है, 35 साल पुरानी है। मैंने कहा मेरी 1970 के पहले से है, अरे..! मैं अपने पापा को बताऊंगा कि आप से भी पुरानी दाढ़ी वाले मुझे इंदौर में मिल गए। बड़ी व्यवस्थित दाढ़ी है आप की, घर पर ही बनाते हो, मैंने हाँ कहते हुए उन्हें बताया अंधेरे में भी बना लेता हूँ। बोले क्यों, मैंने कहाँ शिमला में रहा हूँ, बर्फ़बारी वाले दिनों में कई बार लाईट गुल हो जाती तो….वो कहने लगे हम भी शिमला से ही हैं। फिर मजाक में बोले कितने बच्चे हैं मैंने कहा दो। हंसते हुए पूछा ये भी अंधेरे में हुए? मैंने कहा हुए तो उजाले में लेकिन बाकी काम अंधेरे में हुए।जवाब सुन कर उनकी हँसी थमने का नाम नहीं ले रही थी। बोले मजा आ गया आप से मिल कर। एक साथी पत्रकार ने उनसे पूछा आप का नाम अपारशक्ति खुराना कैसे रखा, वो जवाब दें इससे पहले मैंने उन्हें रोकते हुए कहा-अपारशक्ति तो आप के पापा, मम्मी की थी।देर तक हंसते रहे, फिर बोले आप तो एक के बाद एक दिए जा रहे हो। जब बाकी मित्र उनके साथ फोटो खिंचवा रहे थे तो अपारशक्ति का कहना था सर जी, मैं आप के साथ फोटो खिंचवाउंगा। फोटो के दौरान मैंने कहा हम दोनों में एक और समानता है, बोले क्या ? मैंने कहा आप खु और मैं राणा-खुराना। उनकी हँसी थमे कि मैंने फिर कहा आप दोनों भाई प्रतिभाशाली हैं आप के पिता का नाम पी खुराना नहीं बाहुबली होना था, फिर ठहाका लगाया। बाद में बाकी फ़ोटोग्राफ़र साथियों से पूछते रहे बड़े मस्त आदमी हैं रानाजी, उनका पूरा नाम क्या है।
जब उनसे शो को लेकर चर्चा चल रही थी तब किस्सा सुनाया कि मेरे पापा ज्योतिष हैं इसलिए यह नाम रखा। उनका नाम तो वीरेंद्र खुराना है लेकिन पी खुराना के नाम से ज्योतिष पर कई किताबें लिखी हैं। पापा ने ये ‘पी’ मम्मी के नाम से लिया है। मम्मी का नाम था तो ललिता है, ससुराल में नाम बदलने के रिवाज पर जब उनका नाम पूर्णिमा रखा तो पहले पापा ने इसका यिरोध किया। हमारी दादी नहीं मानी तो वो बोले ठीक है पूर्णिमा का पी मैं भी ले लेता हूँ तब से वो पी खुराना हो गए।
उनसे पूछा भाई आयुष्मान खुराना की तरह आप को भी गाने का शौक है कहने लगे रेडियो जिंगल पर काम किया है, नाटक भी किए है पर उन जैसा गायक नहीं हूं। उनके साथ फिल्म करने का मौका मिले तो जो जीता वहीं सिकंदर जैसी फिल्म हो तो काम करना चाहूँगा। भाई से सीखा है अनुशासन और सेट पर समय से पहुंचना, सबका आदर करना।