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19 वर्षीय उमेश ने अमेरिका, चीन, जापान सहित कई देशों में दिखाया अपनी कलम का जौहर
– सीहोर जिले के उमेश निबंध लेखन के माध्यम से कमा रहे हैं देश-विदेश में नाम
मध्यप्रदेश। हौंसले अगर बुलंद हो तो हर राह आसान हो जाती है, और अगर इंसान में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो बड़ी से बड़ी मुश्किल भी आसान हो जाती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है प्रदेश के सीहोर जिले के उमेश पंसारी ने। सीहोर इंग्लिशपुरा निवासी विजय पंसारी के बेटे उमेश पंसारी की उम्र महज़ 19 वर्ष है। मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे उमेश के नाम इतनी उपलब्धियां हैं कि कोई भी सुनकर हैरान रह जाता है। अमेरिका, चीन जापान, दक्षिण कोरिया, नेपाल, भूटान, लन्दन एवं जर्मनी आदि देशों द्वारा आयोजित विभिन्न निबंध लेखन प्रतियोगिताओं में उमेश ने अपनी कला का जौहर दिखाया है। वर्ष 2015 से उमेश ने खुद को उत्कृष्ट विद्यालय सीहोर के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना से जोड़कर समाजसेवा के क्षेत्र में कदम रखा, साथ ही विभिन्न स्तरों पर ख्याति प्राप्त कर एक नई पहचान स्थापित की। मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा उमेश ने मप्र राज्य स्तर एन.एस.एस. पुरस्कार प्राप्त किया एवं युवाओं में नेतृत्व गुणों का विकास किया। असाधारण नेतृत्व क्षमता को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक भारत (UNVI) ने उमेश को यूएनवी लीडर के रूप में नियुक्त किया जिसके अंतर्गत वैश्विक अभियान जैसे बीट प्लास्टिक पौल्युशन व बीट एयर पौल्युशन में सराहनीय कार्य किया एवं सम्मानित किये गए।
उल्लेखनीय है कि उमेश सीहोर के पहले ऐसे छात्र हैं जिन्होंने विद्यालय स्तर पर ही युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय साहसिक गतिविधि शिविर मनाली, हिमाचल प्रदेश में मप्र सहित चार अन्य राज्यों का नेतृत्व किया साथ ही राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त किया। दो वर्ष के अल्प कार्यकाल में समाज सेवा, युवा नेतृत्व, लेखन के क्षेत्र में भारत में सर्वाधिक उपलब्धियां प्राप्त करने पर उमेश का नाम असिस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स 2018 में दर्ज किया गया है। रिकॉर्ड बनाकर उमेश ने अपने जिले और प्रदेश को गौरवान्वित तो किया ही है साथ ही युवाओं को प्रेरणा देने का कार्य भी किया है। हाल ही में सतत विकास लक्ष्य के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए उमेश ने प्रदेश का पहला संधारणीय विकास लक्ष्य (एसडीजी) अभियान यूथ फॉर ट्रांसफोर्मिंग एजुकेशन प्रारंभ किया। इससे पहले भी इनके बर्थ फॉर अर्थ अभियान ने सराहनीय सफलता हासिल की। उमेश का कहना है कि उन्हें प्रत्येक कार्य में माता-पिता, उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य एवं राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी सहित संपूर्ण एन एस एस परिवार एवं मार्गदर्शकों का प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से विशेष सहयोग रहता है।
-उपलब्धियों पर एक नज़र
सतत विकास लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन नेपाल 2019 में भारत का प्रतिनिधित्व, मध्यप्रदेश राज्य स्तर एनएसएस पुरस्कार 2017, असिस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड 2018, संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक के रूप में वैश्विक अभियानों में सहभागिता, संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक भारत के वीफ़ोर्स लीडर 2019 नामित, एशिया यूथ एक्सचेंज, मनीला फिलीपींस 2019, इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स 2018, गोल्ड फाइनलिस्ट अवार्ड क्वींस कामनवेल्थ कम्पटीशन लन्दन 2019, राष्ट्रीय समाज गौरव पुरस्कार 2018, श्रेष्ठ छात्र एवं उत्कृष्टता पुरस्कार 2016, सिल्वर अवार्ड क्वींस कामनवेल्थ कम्पटीशन लन्दन 2018, फाइनलिस्ट अवार्ड वर्ल्ड यूथ एस्से कम्पटीशन, जर्मन 2018, भारत लीडरशिप अवार्ड 2018, राष्ट्रीय साहसिक गतिविधि शिविरए हिमाचल प्रदेश 2016, मप्र राज्य स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर, ग्वालियर 2016, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड राष्ट्रीय निबंध लेखन प्रथम स्थान, आल इंडिया एस्से राइटिंग इवेंट भारत एवं भूटान 2017, वेदांश स्मृति एनएसएस अवार्ड 2017, मुख्यमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस राजकीय सम्मान 2017, थैंक यू लैटर यूनेस्को प्रेसिडेंट, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, नेशनल रूरल आईटी क्विज़, बैंगलौर 2016, राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता नेहरु युवा केंद्र संगठन 2017, मणिपुर, नागालैंड, पंजाब, बिहार, हिमाचल प्रदेश सहित लगभग 21 राज्यों की शैक्षणिक यात्रा की गई। वर्तमान में उमेश शासकीय चन्द्रशेखर आजाद महाविद्यालय से बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।