टोल बूथ पर अब वाहनो को रुकना नहीं पड़ेगा, सरकार कर रही इंतेजाम
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस योजना के लिए पांच राजमार्गों का चयन किया है। जिन्हें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चंढीगढ़, दिल्ली-कोलकाता और बंगलूरू-चेन्नई में अगले कुछ महीने में यह योजना जारी की जाएगी। एनएचएआई इसके लिए एक मोबाइल ऐप्लीकेशन लॉन्च करने वाली जिसमें सभी विकल्प मौजूद होंगे।
एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि राजमार्गों से यात्रा करने वाले लोगों को मोबाइल ऐप डाउनलोड करनी होगी और अपने वाहन के सभी विवरण देने होंगे। इन विवरण को वाहन (राष्ट्रीय वाहन डेटाबेस) के साथ सत्यापित किया जाएगा ताकि पंजीकरण के मालिक और वाहन पंजीकरण की वैधता को प्रमाणित किया जा सके। एक अधिकारी ने कहा- ऐप के जरिए एक प्रीपेड वॉलेट का विकल्प होगा जिसके जरिए कोई भी शख्स यात्रा शुरू करने से पहले सभी टोल प्लाजा के लिए अग्रिम भुगतान कर सकेगा। वाहन के टोल प्लाजा पर पहुंचने से पहले सिस्टम एक क्यूआर कोड जनरेट करेगा जिसे कि ड्राइवर को प्लाजा पर स्कैन करना होगा।
दूसरा विकल्प यात्रियों के पास यह होगा कि वह अपने मोबाइल ऐप को किसी यूनिवाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के साथ लिंक कर दें जिससे कि वह सीधे अपने बैंक अकाउंट से टोल राशि चुका सकेंगे। इस तरह की पेमेंट के लिए दो तकनीकों को टेस्ट किया जा रहा है। एनएचएआई के अधिकारी ने बताया- जैसे ही वाहन टोल प्लाजा पहुंचेगा सिस्टम टोल लेन, वाहन श्रेणी की पहचान करेगा और फिर यूपीआई गेटवे के माध्यम से वॉलेट या बैंक खाते से टोल राशि काट ली जाएगी।