भारत की ये जीत इसलिए रही खास, न्यूज़ीलैंड अब कभी नहीं बदल पाएगी ये इतिहास
भारतीय टीम ने कानपुर वनडे में 6 रन से जीत दर्ज़ करते हुए तीन वनडे मैच की सीरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली। टीम इंडिया के लिए ये जीत कई मायने में खास रही, लेकिन इस एक जीत ने एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया, जिसे न्यूज़ीलैंड की टीम कभी भी नहीं बदल पाएगी।
कीवी टीम कभी नहीं बदल पाएगी इतिहास
कानपुर में खेला गया ये वनडे मैच निर्णायक मैच था क्योंकि इस मुकाबले से पहले तक ये सीरीज़ 1-1 की बराबरी थी। सीरीज़ का विजेता बनने के लिए ये मैच जीतना बेहद जरुरी था। इस महत्वपूर्ण मैच में टीम इंडिया ने 6 रन से बाज़ी मारते हुए सीरीज़ भी अपने नाम कर ली। कानपुर में खेला गया ये मैच इसलिए भी खास रहा क्योंकि ये इस मैदान पर खेला गया पहला डे-नाइट वनडे मैच था। इस मैदान पर और भी डे-नाइट वनडे मैच होंगे लेकिन रिकॉर्डबुक्स में ये दर्ज़ हो गया है कि इस मैदान पर खेले गए पहले डे-नाइट वनडे मैच में टीम इंडिया ने कीवी टीम को मात दी थी और अब इस रिकॉर्ड को न्यूज़ीलैंड की टीम चाहकर भी कभी नहीं बदल पाएगी।
ये हार नहीं भूल पाएगी न्यूज़ीलैंड की टीम
इस मैदान पर पहला डे-नाइट वनडे मैच होने के साथ-साथ इन दोनों टीमों के बीच ग्रीनपार्क के मैदान पर ये पहला वनडे मैच भी था। इस मैच में कीवी टीम ने एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जिसे अब वो कभी भी नहीं बदल पाएगी। क्योंकि अब ये इतिहास के पन्नों में लिखा जा चुका है कि इस मैदान पर भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में टीम इंडिया ने न्यूज़ीलैंड को शिकस्त देकर कीवी टीम का भारत में वनडे सीरीज़ जीतने का सपना चकनाचूर कर दिया।
इस वजह से भारत को मिली जीत
मुंबई के मैदान पर शतक जमाने वाले टॉम लाथम का इस मैच में रन आउट होना मैच का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ। 65 रन पर खेल रहे इस खिलाड़ी के आउट होते ही भारत की पकड़ से दूर जा रहा मैच टीम इंडिया की तरफ झुक गया। जब लाथम आउट हुए तो कीवी टीम को 14 गेंदों में 26 रन की दरकार थी। लाथम सेट बल्लेबाज़ थे और वो 52 गेंदों में 125 के स्ट्राइक रेट के साथ बैटिंग करते हुए 65 रन बना चुके थे। लेकिन तभी ग्रैंडहोम और लाथम के बीच एक गलतफहमी हुई और इसका खामियाज़ा कीवी टीम को लाथम के विकेट के रुप में चुकाना पड़ा। जब तक लाथम क्रीज़ पर थे, तब तक भारत की जीत की उम्मीद बहुत कम थी और उनके आउट होते ही ये मैच पूरी तरह से पलट गया।