भारत के लिए सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका को हराना लगभग नामुमकिन
केपटाउन हार चुकी टीम इंडिया की मुश्किलें अब और बढ़ेगी क्योंकि उसे दूसरा टेस्ट मैच सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेलना है, जहां दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड जबर्दस्त रहा है। यह दक्षिण अफ्रीकी टीम का सबसे पसंदीदा मैदान रहा है और इस मैदान पर उसे हराना लगभग नामुमकिन है।
सेंचुरियन में अभी तक दक्षिण अफ्रीका ने 22 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से उसे 17 में जीत मिली जबकि मात्र दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा हैं। इस मैदान पर उसके तीन मैच ड्रॉ रहे। इस मैदान पर 23 सालों से टेस्ट क्रिकेट हो रहा है और इस दौरान मेजबान टीम को सिर्फ दो बार (इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया) हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने उसे जनवरी 2000 में 2 विकेट से हराया था जबकि ऑस्ट्रेलिया ने फरवरी 2014 में उस पर धमाकेदार अंदाज में 281 रनों से जीत दर्ज की थी।
केपटाउन से ज्यादा उछाल और गति :
दक्षिण अफ्रीका में केपटाउन की पिच पर भारत के जीत के अवसर सबसे ज्यादा थे, क्योंकि वह शहर पिछले काफी समय से सूखे से जूझ रहा था। इसके चलते न्यूलैंड्स की पिच पर ज्यादा उछाल की उम्मीद कम थी, लेकिन तीसरे दिन बारिश के कारण खेल नहीं हुआ। बारिश की वजह से पिच की नमी का लाभ लेकर चौथे दिन तेज गेंदबाजों ने विकेटों की फसल काटी और एक ही दिन के अंदर 18 विकेट गिरे। सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क पर तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलेगी, वैसे कैपटाउन टेस्ट के चौथे दिन जैसे हालात तो नहीं रहेंगे, लेकिन इसमें बल्लेबाजों को ज्यादा संघर्ष करना पड़ेगा।
भारत यहां अपना एकमात्र टेस्ट मैच हारा :
टीम इंडिया सेंचुरियन में एक टेस्ट मैच खेली है, जिसमें उसे पारी के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। दिसंबर 2010 में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को यहां पहले टेस्ट मैच में पारी और 25 रनों से हराया था। द. अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी पर उतारा और मोर्ने मॉर्केल (20/5) और डेल स्टेन (34/3) की घातक गेंदबाजी से भारत की पहली पारी मात्र 136 रनों पर ढेर हुई थी। इसके बाद मेजबान टीम ने जैक्स कैलिस के दोहरे शतक और हाशिम अमला तथा एबी डीविलियर्स के शतकों से 4 विकेट पर 620 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की थी। कैलिस 15 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 201 रन बनाकर नाबाद रहे। अमला ने 140 और डीविलियर्स ने 129 रनों का योगदान दिया। इनके अलावा एल्वीरो पीटरसन ने 77 और ग्रीम स्मिथ ने भी अर्द्धशतक जड़े थे। पहली पारी में 484 रनों से पिछड़ने के बाद भारत की दूसरी पारी 459 पर समाप्त हुई। सचिन तेंडुलकर ने शतक (111 नाबाद) लगाया जबकि कप्तान महेंद्रसिंह धोनी शतक से चूके। वे 90 रन बनाकर आउट हुए। इनके अलावा गौतम गंभीर (80) और वीरेंद्र सहवाग (63) ने फिफ्टी लगाई। स्टेन ने दूसरी पारी में 4 और मॉर्केल ने 2 विकेट लिए। इस तरह मॉर्केल और स्टेन ने मैच में 7-7 विकेट झटके।
भारत के लिए शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में अच्छी बात यह रहेगी कि स्टेन फिटनेस की समस्या के चलते इस मैच में नहीं खेलेंगे। वैसे कगिसो रबाडा का इस मैदान पर प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने यहां 2 टेस्ट मैचों में 18 शिकार किए हैं। मॉर्केल सेंचुरियन में 7 मैचों में 28 और फिलेंडर 5 मैचों में 22 विकेट ले चुके हैं।
भारतीय टीम में दो-तीन बदलाव की उम्मीद :
पहला टेस्ट हार चुकी टीम इंडिया दूसरे मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में बदलाव कर सकती है। पहले मैच में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और मुरली विजय असफल रहे थे, इसलिए इनमें से एक के स्थान पर केएल राहुल को मौका मिल सकता है। इसी प्रकार रोहित शर्मा की जगह अजिंक्य रहाणे को आजमाया जा सकता है क्योंकि रहाणे का विदेशी धरती पर रिकॉर्ड अच्छा रहा है। स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को पहले टेस्ट मैच में ज्यादा मौका नहीं मिला था, इसके चलते सेंचुरियन की तेज पिच को देखकर भारत उन्हें बाहर बिठा सकती है। टीम प्रबंधन अश्विन को बाहर कर बल्लेबाजी को मजबूत करने की दृष्टि से रहाणे को शामिल कर सकता है। पहले टेस्ट मैच में ईशांत शर्मा और उमेश यादव जैसे अनुभवी गेंदबाजों की बजाए जसप्रीत बुमराह को मौका दिया गया था, इस मैच में ईशांत की टीम में वापसी हो सकती है।
अमला और डीविलियर्स का पसंदीदा मैदान :
दक्षिण अफ्रीका के दो दिग्गजों हाशिम अमला और एबी डीविलियर्स के लिए सुपरस्पोर्ट पार्क पसंदीदा मैदानों में से एक रहा है। अमला यहां 11 टेस्ट मैचों में 80.13 की औसत से 1202 रन बना चुके हैं। इसमें उनके 5 शतक और 6 फिफ्टी शामिल हैं। डीविलियर्स ने भी यहां 13 टेस्ट मैचों में 60.89 की औसत से 1157 रन बनाए हैं। इसमें उनके 4 शतक और 5 अर्द्धशतक शामिल हैं।
विराट कोहली की टीम इंडिया ने पिछले दो-तीन सालों में कई असंभव काम किए हैं, लेकिन दक्षिण अफ्रीका को उसके गढ़ सेंचुरियन में हराना उसके लिए लगभग नामुमकिन सा रहेगा। केपटाउन टेस्ट में विकट स्थिति के बाद जीत का स्वाद चख चुके फॉफ डु प्लेसिस के जांबाज सुपरस्पोर्ट में जीत कर सीरीज अपने नाम करने को बेताब रहेंगे।