संदीप सिंह का बड़ा बयान, बोले- “भारत के पास टीम में कई ड्रैग फ्लिकर…”
ड्रैग फ्लिक की ‘मुश्किल कला’ के महारथी माने जाने वाले पूर्व कप्तान संदीप सिंह ने बोला है कि राष्ट्रीय टीम में पेनल्टी कार्नर के कई विशेषज्ञों के उभरने से आने वाले अहम टूर्नामेंटों में इंडिया टीम बेहतर स्थिति में है। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में इंडिया टीम में हरमनप्रीत सिंह, वरूण कुमार और अमित रोहिदास जैसे बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हैं। तो वहीं संजय, अरिजीत सिंह हुंदल और सुदीप चिरमाको जैसे जूनियर प्रतिभाशाली खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में स्थान मिलने की प्रतीक्षा रहे हैं।
संदीप ने इस बारें में बोला है कि ड्रैग-फ्लिक मुश्किल कौशल है जिसमें में महारत हासिल करने के लिए कई वर्षों के अभ्यास की की आवश्यकता होती है। यह बहुत तकनीकी चीज है, जहां आपको शारीरिक ताकत के साथ आपके हाथ तेज चलना जरुरी है। उन्होंने बोला है कि ड्रैग-फ्लिक में विकल्प होने से किसी भी टीम को लाभ होता है और हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास अब टीम में कई पेनल्टी कार्नर जानकार हैं। इससे टीम में विविधता आती है। हरमनप्रीत एक विश्व स्तरीय ड्रैग-फ्लिकर है।
अपने वक़्त में विश्व के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरों में शामिल संदीप ने बोला है कि मनप्रीत की अगुवाई वाली मौजूदा टीम के पास बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (सी.डब्ल्यू.जी.) में गोल्ड मेडल का इंतजार खत्म करने का मुद्दा भी कहा जा रहा है। कुआलालंपुर (1998) राष्ट्रमंडल खेलों में हॉकी को शामिल करने के उपरांत से ऑस्ट्रेलिया ने सभी 6 गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके है।
इंडिया का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों और 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतना जरुरी है। संदीप ने बोला है कि भारतीय हॉकी ने बहुत विकास कर चुके है। टोक्यो ओलिम्पिक में कांस्य पदक जीत कर टीम ने पुरानी साख को फिर से अपने नाम कर लिया है। उन्होंने बोला है कि यदि आप मुझसे पूछे तो मैं मानता हूं कि हम राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीत सकते हैं।