पावरफुल बोर्ड BCCI इंग्लैंड में नहीं करा सका अभ्यास मैच का इंतजाम
साउथैंप्टन। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) दुनिया का सबसे पावरफुल और अमीर क्रिकेट बोर्ड है। विश्व क्रिकेट में बीसीसीआइ का डंका बजता है, लेकिन इसके बावजूद बीसीसीआइ इंग्लैंड में टीम इंडिया के लिए अभ्यास मैच तक सुनिश्चित नहीं करवा सका। इसी का नतीजा रहा कि भारतीय टीम को मैच प्रैक्टिस नहीं मिली और टीम आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताबी मुकाबला हार गई।
न्यूजीलैंड के खिलाफ WTC के फाइनल में टीम इंडिया का बल्लेबाजी क्रम न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के सामने ध्वस्त हो गया। भारत की दूसरी पारी 170 रन पर ही सिमट गई थी। डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले इंग्लैंड की परिस्थितियों से रूबरू होने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को कम से कम एक अभ्यास मैच की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खुद कप्तान विराट कोहली ने इस बात को कबूल किया है कि उन्होंने मैच प्रैक्टिस को मिस किया।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह डब्ल्यूटीसी फाइनल और इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज से पहले वह काउंटी टीम के खिलाफ मुकाबले खेलना चाहते थे। हालांकि, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इसकी इजाजत नहीं दी। काउंटी टीमों के खिलाफ मैच नहीं होने पर भारत को इंडिया ए के साथ खेलना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इंडिया ए का दौरा कैंसिल हो गया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय टीम काउंटी टीमों के खिलाफ अभ्यास मैच खेलेगी। इस पर कोहली ने कहा, “यह हमारे ऊपर निर्भर नहीं कर सकता है। हम प्रथम श्रेणी मुकाबले खेलना चाहते थे, जो हमें नहीं मिले। मुझे नहीं पता कि इसके पीछे का क्या कारण है।” हालांकि, भारतीय टीम इंट्रा स्क्वॉड मैच अगले महीने से खेल सकती है। ऐसा ही भारत ने WTC के फाइनल मैच से पहले किया था।
टीम उन्हीं खिलाड़ियों के साथ इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए तैयारी करेगी जो इंग्लैंड में इस समय मौजूद हैं। मौजूदा स्थिति में इंट्रा स्क्वॉड मैच ही एकमात्र तरीका भारत के लिए मैच प्रैक्टिस करने का है। कोहली ने कहा, “मुझे लगता है कि पहले टेस्ट के लिए तैयार होने में हमारी तैयारियों का समय पर्याप्त है।”