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SA vs AUS: दक्षिण अफ्रीका की ऐतिहासिक जीत के बाद मोर्ने मोर्केल ने शान के साथ क्रिकेट को कहा अलविदा…

दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्केल ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार को जोहानिसबर्ग में खत्‍म हुए चौथे टेस्‍ट में अपनी टीम को जीत दिलाते हुए मोर्केल ने शान के साथ क्रिकेट से संन्‍यास लिया. मोर्केल के लिए यह मैच हर लिहाज से यादगार रहा. यह टेस्‍ट जीतते हुए दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में न केवल 3-1 के अंतर से सीरीज पर कब्‍जा जमाया बल्कि वह रनों के लिहाज से यह दक्षिण अफ्रीका की अब तक की सबसे बड़ी जीत (492 रन) रही. मैच में गेंदबाज के रूप में मोर्केल का प्रदर्शन भी ठीकठाक रहा. पहली पारी में उन्‍होंने एक और दूसरी पारी में दो विकेट हासिल किए. दक्षिण अफ्रीका की यह सीरीज जीत इस मायने में भी उल्‍लेखनीय रही कि पहले टेस्‍ट में मिली हार के बाद उसने अगले तीनों टेस्‍ट जीते.

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केपटाउन में खेले गए तीसरे टेस्ट के दौरान मोर्केल ने टेस्‍ट क्रिकेट में अपने 300 विकेट पूरे किए थे. हालांकि बॉल टैम्‍परिंग विवाद की ‘काली छाया’ के कारण उनका यह प्रदर्शन उतनी तारीफ हासिल नहीं कर पाया जिसका कि यह हकदार था. मोर्कल की गिनती दक्षिण अफ्रीका के दिग्‍गज गेंदबाजों में की जाती थी. अपने लंबे कद के कारण वे गेंदों का काफी उछाल देने में सफल रहते थे और बल्‍लेबाजों के लिए मुसीबत खड़ी करते थे. मोर्केल ने अपने टेस्‍ट करियर का आगाज वर्ष 2006 में भारत के खिलाफ किया था. अपने करीब 12 साल के इंटरनेशनल करियर के दौरान उन्‍होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 86 टेस्‍ट, 117 वनडे और 44 टी20 मैच खेले. टेस्‍ट क्रिकेट में 309 विकेट, वनडे में 188 और टी20 क्रिकेट में 47 विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं.

जोहानिसबर्ग टेस्‍ट में दक्षिण अफ्रीका की जीत के बाद अपने विदाई संबोधन में मोर्केल ने कहा, ‘मैच में चोटिल होना बुरा अनुभव रहा लेकिन मैंने डॉक्‍टर से कहा कि किसी भी तरह से आप मुझे दूसरी पारी में गेंदबाजी करने लायक बना दो.मैं अपने साथी खिलाड़ियों, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट, अपने परिवार और दोस्तों का शुक्रिया करता हूं, जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया है.’

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