चेन्नई सुपर किंग्स के अहम सदस्य ने कहा- जब मुझे कोरोना हुआ तो मेरे लिए शर्मनाक था
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें एडिशन को 29 मैचों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने स्थगित करने का फैसला लिया। टीम बबल में खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद बोर्ड को यह फैसला लेना पड़ा। चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजी कोच माइक हसी ने कोरोना पॉजिटिव होने के अनुभव को साझा किया। उनका कहना था कि वह इस बात से बेहद शर्मिंदा थे।
सच कहूं तो मैं घर लौटने के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा था। मैं तो बस पहले जैसा अच्छा होने पर ध्यान लगा रहा था। मेरा शुरुआती टेस्ट पॉजिटिव आया था, हम सोच रहे थे कि अगला टेस्ट नेगेटिव आएगा और सबकुछ ठीक हो जाएगा। मेरा अगले दिन टेस्ट किया गया और यह फिर से पॉजिटिव आया।
ईमानदारी से कहूं, मैं पहले से ही कुछ लक्ष्ण महसूस करे लगा था और इसी वजह से मैं सोच रहा था, अब तो पक्का है कि मैं संक्रमित हो गया। साथ ही ये भी था कि मैं गेंदबाजी कोच के साथ बस की सीट में कुछ मौकों पर बैठे था, इसी वजह से मैंने सोचा अगर वह संक्रमित हैं तो फिर मेरे भी संक्रमित होने की पूरी उम्मीद है।
हसी को यह तो पक्का नहीं पता कि किस तारीख या वक्त पर वह उस वायरस के संपर्क में आए। उनको आभास है कि शायद तब हुआ होगा वह मुंबई से दिल्ली रवाना होने के लिए बायो बबल से बाहर यात्रा करने के लिए निकले थे। 28 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के साथ चेन्नई सुपर किंग्स का मैच था।
वहां पर काफी जोखिम था, हो सकता है कि वह ग्राउंड पर हो, हम वहां ग्राउंड स्टाफ के बीच प्रैक्टिस कर रहे थे मैच के दिन। जो उससे भी ज्यादा जोखिम तब था जब हम मुंबई में बबल से बाहर यात्रा के लिए निकले। तब तो ऐसा ख्याल आया कि हे उपर वाले मुझे क्यों, लेकिन फिर इसके बारे में मैंने इतना ज्यादा नहीं सोचा। मुझे लगा कि यह बेहद शर्म की बात है। लेकिन अचानक से मैं अपनी सांस और बाकी चीजों के बारे में सोचना छोड़ दिया, बस इससे थोड़ी चिढ मच रही थी।