Ipl 2018: …तो क्या मुंबई इंडियंस यह ‘बड़ा इतिहास’ इस बार भी दोहराएगी?
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2018 में मुंबई इंडियंस की शुरुआत बहुत ही निराशाजनक रही है. उसके चाहने वाले निराश हैं, तो यहां खास बात भी है, जो उसके समर्थकों को कॉन्फिडेंस दे रही है कि रोहित शर्मा एंड कंपनी आने वाले दिनों में बाकी टीमों का बैंड जरूर बजाएगी. हालांकि इतिहास के आंकड़ों का वर्तमान हालात से ज्यादा लेना-देना होता नहीं है, लेकिन ये आकड़े कुछ तो भरोसा देते ही हैं.
मुंबई वैसे इस सेशन में बहुत ही दुर्भाग्यशाली रही है. वजह यह है कि तीनों मैचों में हार बहुत ही नजदीकी हुई है. और बात ऐसी है कि नजदीकी हार बड़ी हार से कहीं ज्यादा सालती है. उदघाटक मुकाबले चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मुंबई को 1 गेंद बाकी रहते एक विकेट से हार मिली, तो अगले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने मैच की आखिरी गेंद पर उसे एक विकेट से हरा दिया. रोहित शर्मा इस हार को भुला भी नहीं पाए थे कि शनिवार को दिल्ली डेयर डेविल्स ने एक बार फिर मैच की आखिरी गेंद पर उसे 7 विकेट से हरा दिया. ये हार बताती हैं कि मैच कहीं भी जा सकता था. मुंबई दम दिखा रही है. बस उसे भाग्य की जरुरत है. वैसे मुंबई के चाहने वालों को भरोसा कुछ और ही बात दे रही है.
बात यह है कि साल 2013 में मुंबई ने अपना पहला मैच हारने के बाद खिताब जीता था, तो साल 2017 में भी पहला मैच हारने के बाद खिताब जीता था, लेकिन साल 2015 में तो हद ही हो गई थी. इस साल कहानी ऐसी रही कि मानो कोई टीम समुंद्र में डूबने के बाद कोई बड़ी छलांग मारी हो. क्या कहने थे साल 2015 में. जितनी तारीफ की जाए, भाई साहब कम है. वजह बता दें कि मुंबई ने इस साल शुरुआत चार मैच हारने के बाद खिताब जीता था. बस यही बात है, जो मुंबई इंडियंस के समर्थक अभी भी गुनगुना रहे हैं कि जीतेगा भाई जीतेगा, मुंबई इंडियंस जीतेगा.
अब जबकि इस नए सेशन में मुंबई ने शुरुआती 3 मैच गंवा दिए हैं, तो सवाल तो बनता है दोस्तों यह पूछने का कि कहीं मुंबई फिर से साल 2015 वाला इतिहास न दोहरा दे. और दोहरा सकती है दोस्तों. क्या नहीं है इसके पास. बढ़िया बल्लेबाज, गेंदबाज, मेंटोर सब कुछ. बस भाग्य पलटने भर की देर है. तो देखते हैं कि मुंबई का भाग्य कब से पलटता है.