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फर्जी शुगर की दवाई से ठगी के शिकार विनोद शाह का खुलासा, पैसा और स्वास्थ्य दोनों की बर्बादी

सुपौल, बिहार के निवासी विनोद शाह (उम्र 52 वर्ष), जो वर्तमान में गुजरात के राजकोट जिले के बी नगर गांव में रहते हैं और एक कंपनी में हेल्पिंग वर्क करते हैं, के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। उन्होंने फेसबुक पर बड़े पत्रकारों और सेलिब्रिटी द्वारा प्रचारित एक शुगर की दवाई देखी और विश्वास करके ₹4790 का एक महीने का कोर्स ऑर्डर कर दिया। यह दवाई “स्टॉप डायबिटिक 20 कैप्सूल” के नाम से बेची जा रही थी, जिसे एक व्यक्ति सतीश मिश्रा द्वारा डॉक्टर के नाम पर प्रचारित किया गया था।

विनोद शाह ने बताया कि दवाई लेने से पहले उनका शुगर लेवल खाली पेट 220 और खाने के बाद 300 हुआ करता था, लेकिन इस दवाई का सेवन करने के बाद उनका शुगर लेवल बढ़कर 442 से भी अधिक हो गया, जिससे उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी। उन्होंने कहा कि ₹80 की एक गोली आती है, ये पैसा उन्हें कैश ऑन डिलीवरी के जरिए बेची गई थी, जो न केवल फर्जी निकली, बल्कि उनकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हुई।

विनोद ने यह भी बताया कि यह दवाई एक डाइटरी सप्लीमेंट के रूप में बेची जा रही थी, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं था। इस प्रकार की दवाइयां स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रही हैं, और उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इन फर्जी कंपनियों और उत्पादों पर रोक लगाई जाए। विनोद शाह का मानना है कि इस तरह की फर्जी दवाइयां समाज में बड़े पैमाने पर ठगी कर रही हैं और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।

उन्होंने फेसबुक और यूट्यूब पर दिखाई जा रही इन फर्जी दवाइयों के प्रचार को भी एक्सपोज करने की मांग की है, ताकि कोई और व्यक्ति उनके जैसे धोखे का शिकार न हो। उन्होंने कहा, “मैं अपील करता हूं कि लोग इस प्रकार के ऑनलाइन प्रचार और दवाइयों से सावधान रहें और अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न करें।”

यह मामला प्रशासन के ध्यान में लाना अत्यावश्यक है ताकि और लोगों को इस प्रकार की ठगी और स्वास्थ्य संकट से बचाया जा सके।

ई खबर मीडिया के लिए कुसुम सोलंकी की रिपोर्ट

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