पिता की याद को चिर स्थायी बनाने के लिये तेरहवीं को किया पौधों का वितरण
-परिवार ने पर्यावरण संरक्षण की लिए पेश की अनूठी पहल
(दीपक भार्गव)
मध्यप्रदेश। व्यक्ति की मृत्यु के बाद आत्म शांति के लिये तेरहवीं पर भोज कराने की परम्परा है और इस आयोजन में अपने स्नेही जो इस दुनिया से चले गये उनकी याद बनाये रखने के लिये श्रद्धानुसार दान पुण्य भी किया जाता है। लेकिन समाजिक परम्परा से ऊपर उठकर पर्यावरण की चिंता कर सीहोर जिले की बुधनी तहसील के आमोन गांव में एक परिवार ने तेरहवीं कार्यक्रम पर पौधों का वितरण कर अनूठी पहल पेश की है। कार्यक्रम में सम्मलित हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि मांगलिक अवसर पर पौधरोपण अक्सर लोग करते हैं, मगर तेरहवीं पर पौधरोपण और लोगों को पौधे दान करना निश्चित ही समाज और पर्यावरण के लिए एक अच्छी पहल है। इसके माध्यम से हम पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा कर सकते हैं।
कार्यक्रम में पौधों का वितरण कर उनकी रक्षा का भी संकल्प लिया गया। ग्रामवासियों को पौधे वितरित करते हुए उनके पुत्र रघुवीर सिंह चौहान, दर्शन सिंह पटेल, ओमप्रकाश पटेल व भूपेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि पौधरोपण एक पुनीत कार्य है। इसके माध्यम से हम अपने पूर्वजों की यादों को चिर स्थाई बना सकते हैं। वृक्ष भंडारे में आम, कंजी, पकरी, पीपल, बरगद सहित कई प्रकार के फलदार और छायादार पौधे वितरित किए गए।