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महाराष्ट्र के जिला बल्लारपुर में ईसाई परिवारों पर क्यों हो रहे हैं हमले, सरोज पॉल ने सुनाई आप बीती!

100-150 गुंडे किस्म के लोग घर पर कर देते हैं हमला, बच्चों को जान से मारने की मिल रही धमकियां!

महाराष्ट्र: वल्लारपुर जिला सरोज पॉल कम्पेली, उम्र 48, व्यवसाय प्राइवेट टीचर (वैभव छाणियोंद वल्लारपुर) , जाति खिचन, रु। सुभाष वार्ड, कोलियरी गेट नं। 1. वल्लारपुर जिला। चंद्रपुर की रहने वाली महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है इसमें उसने बताया कि हम क्रिश्चियन धर्म के हैं और जो जहाँ ज्यादातर लोग मुस्लिम और हिन्दू धर्म से रहते हैं जिस वजह से मुस्लिम धर्म के लोग ज्यादा है वह हमें बहुत ज्यादा परेशान करते हैं मेरा और मेरे बच्चों का घर से निकलना भी दुबार हो गया है मैं अपनी मम्मी के घर पर रहती हूँ। पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही गुंडे किस्म के लोग हमें दिन-रात परेशान करते हैं पूरा मोहल्ला मिलकर हमें घर से बाहर निकलना चाहता है लगभग 100-150 गुंडे किस्म के लोग हमारे घर पर हमला कर देते हैं और हमें और हमारे बच्चों को जान से मारने की धमकियाँ देते दूसरे धर्म के इन लोगों ने हमें 2 साल से परेशान किया जा रहा है। मेरे और मेरे परिवार की इन लोगों द्वारा रेकी की जा रही मेरे बच्चों का वीडियो बनाकर उनकी फोटो पर गंदे-गंदे गाने लगाकर उन्हें परेशान करते हैं। मेरी बेटियों का घर से निकल भी दुबर हो गया है। आरोपियों के नाम अली यार मोहम्मद है और फिरोज सिद्दीकी, मिजानुर नायक और मुमताज सिद्दीकी हर चार लोग परेशान करते हैं जान से मारने की सुपारी मोहम्मद अली पाशा को दी हुई है अगर हमें भविष्य में कुछ होता है तो इसके जिम्मेवार यह सभी लोग होंगे। कुछ किन्नर लोग भी रहते हैं उनका फोटो दिखाकर जादू टोना करते हैं और वॉइस लेकर वायरस फैलाते हैं कॉविड वायरस की तरह

पुलिस नहीं कर रही है कोई कार्यवाही कई बार रिपोर्ट लिखवा चुकी हूँ परंतु रसूखदार लोग होने की वजह से हर बार पुलिस मामले को रखा दबा कर देती है।

क्या लिखा है पुलिस रिपोर्ट में:

मैं उपस्थित पुलिस थाने में मौखिक रिपोर्ट करता हूँ कि मैं उपर्युक्त पते पर अपने परिवार के साथ रहता हूँ तथा उपरोक्तानुसार प्राइवेट नौकरी करता हूँ। मेरे घर के पीछे रेहाना मित्रनूर लईक अपने परिवार के साथ रहती है। साथ ही हमारे फ्रंट मैन मानकी बार मोहम्मद भी अपने परिवार के साथ रहते हैं। साल 2015 में रेहाना काफी समय के लिए हमारे पीछे रहने आई थी, तब से वह हमसे कहती थी कि घर छोड़ कर यहाँ से चले जाओ. आज 15 / 04 / 2022 को लगभग 01 / 15 अपराह्न। इसी बीच मैं घर से भाग गया फिरोज सिद्दीकी अपने आँगन में आया। तभी हमारे घर के सामने रहने वाले ननकी मोहम्मद और नरगिस परेशान करते है अपने आंगन में पानी लगा रहे थे और वह भी मेरे आंगन में पानी लगाने लगे। तो मैंने भी अपने दरवाजे से पानी फेंकना शुरू कर दिया। उस समय मेरी बेटी सोनी दरवाजे पर खड़ी थी और मुझे देखकर रेहाना मोबाइल फोन में सीडीओ चलाने लगी, जब मैंने उससे कहा कि तुम हमारा वीडियो क्यों बना रहे हो, तो वह मुझसे कहने लगी, देख-देख कैसे ग्रुप बना रहे हो। फिर मैं बाहर आ गया। जब मैं उससे पूछ रहा था कि तुम वीडियो क्यों बना रही हो तो रेहाना मेरे ऊपर आ गई और मुझे हाथों से मारने लगी। तो जब मेरी बेटी सोनी उसे बचाने आई तो उसने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। उस वक्त मैंने उनका विरोध किया। तभी रेहाना ने मेरे दाहिने हाथ पर काट लिया। रेहाना को देखकर घर के सामने से ननकी भी मुझे मारने आ गई, रेहाना ने मेरे बाल पकड़ लिए और मुझे धक्का देने लगी। तो मेरा शरीर दीवार से टकरा गया और जब वे मेरी बेटी को छुड़ा रहे थे तो उन्होंने उसे भी लात घूसों से पीटा और उसके कपड़े खींचने लगे। परिणामस्वरूप, मेरी बेटी के कपड़े फट गए और उसका बायाँ हाथ पर खरोंच आई। इसके बाद रेहाना और ननकी ने मुझे और मेरी बेटी को गाली देना शुरू कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। थाना पुलिस रेहाना और मानकी के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की रिपोर्ट क्यों दे रही है?

यह मेरी ब्रेक रिपोर्ट है। लैपटॉप ने मेरे निर्देशों के अनुसार टाइप किया और मुझे पढ़ने की अनुमति दी।

सरोज पॉल कम्पेली ने लगाई सरकार से मदद की गुहार!

सरोज पॉल कम्पेली ने बताया की दूसरे धर्म के लोग मुझे और मेरे बच्चों को बहुत ज्यादा परेशान करते हैं उनकी वजह से हमारा बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है पुलिस भी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है पुलिस में कई बार एप्लीकेशन देख रिपोर्ट दर्ज करवाई जा चुकी है परन्तु हमारी कोई नहीं सुन रहा है मैं महाराष्ट्र सरकार से मेरे और मेरे परिवार के रक्षा के लिए उचित कदम उठाए अन्यथा मुझे और मेरे परिवार को कल को कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी हम क्रिश्चियन धर्म से हैं इसलिए अन्य धर्म के लोग हमें बहुत ज्यादा परेशान करते हैं जान से मारने की धमकियाँ देते हैं और हमें कहते हैं कि हम यहाँ से छोड़कर कहीं और चले जाएँ सरकार हमारी मदद करें।

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