आजमगढ़ में किसान की पुश्तैनी जमीन पर दबंगों का कब्जा | प्रशासनिक लापरवाही पर खुलासा
मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार: आजमगढ़ में किसान की पुश्तैनी जमीन पर कब्जा और प्रशासन की लापरवाही
ये घटना निजामाबाद तहसील के सेमरी गांव की है, जहाँ कोदई पुत्र कतवारू नामक किसान के साथ यह अन्याय हुआ है। उन्होंने जिलाधिकारी को लिखे अपने शिकायत पत्र में बताया है कि दबंगों में सबरार अहमद पुत्र पलटू तेली, पति राम पुत्र जय हिन्द मौर्या, अवतार और विनोद मौर्या शामिल हैं, जिन्होंने उनकी जमीन पर कब्जा जमा लिया है। आबादी के उत्तर दिशा के अंदर है मुरलीधर उपाध्याय पुत्र रामाश्रय उपाध्याय, पश्चिम दिशा से है शिवरतन पुत्र भृगु मौर्य इन लोगों ने जमीन पर जब रंग कब्जा कर रखा है
सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस मामले में प्रशासन की लापरवाही भी साफ नजर आती है। कोदई ने 28 जून 2024 को जनसुनवाई के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत भेजी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
किसान की आवाज को मीडिया के माध्यम से उठाने की कोशिश की गई है, ताकि उनकी पुश्तैनी जमीन उन्हें वापस मिल सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
इस मामले में चार और भाई होसिला मौर्या, राम शब्द, राधेश्याम, और कोदई भी शामिल हैं, जिनकी जमीन पर भी कब्जा किया गया है। इन सभी किसानों का कहना है कि उनकी जमीन उनकी माँ की तरह है, जो उनके बुजुर्गों से उन्हें मिली है, और इसे फर्जी तरीके से कब्जा कर लिया गया है।
दोस्तों, यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की उस गंभीर स्थिति की ओर इशारा करती है, जहाँ गरीब किसानों की जमीनें दबंगों द्वारा हड़पी जा रही हैं और प्रशासन चुप है।
कोदई ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि जनसुनवाई के माध्यम से उन्होंने 28 जून 2024 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को संदर्भ संख्या 15191240095860 के तहत शिकायत अग्रसित की थी। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की है। पीड़ित ने मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज उठाई है और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
होसिला मौर्या, राम शब्द, राधेश्याम, और कोदई इन चारों भाइयों की जमीन पर भी दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। किसान ने बताया कि यह जमीन उनके बुजुर्गों की पुश्तैनी जमीन है, जिसे दबंगों ने फर्जी तरीके से कब्जा कर लिया है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनकी जमीन उन्हें वापस दिलाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
किसान ने कहा कि अगर भविष्य में उन्हें या उनके परिवार को कोई नुकसान होता है, तो इसके जिम्मेदार उपरोक्त दबंग और प्रशासन होगा।