पीएम मोदी बोले- HIRA से अपनी कनेक्टिविटी सुधार रहा त्रिपुरा
अगरतला। मणिपुर के बाद त्रिपुरा पहुंचे पीएम मोदी ने प्रदेश के लोगों को बड़ी सौगात दी। मोदी ने अगरतला में 3400 करोड़ रुपये की लागत से बने महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के बाद मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया। मोदी ने कहा कि साल की शुरुआत में ही त्रिपुरा को मां त्रिपुर सुंदरी के आशीर्वाद से तीन उपहार मिल रहे हैं। पहला उपहार कनेक्टिविटी का, दूसरा उपहार मिशन 100 विद्या ज्योति स्कूलों का और तीसरा उपहार त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना का है।
त्रिपुरा के लोगों को नजरअंदाज किया गया
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत विकास की राह पर एक साथ सभी कदम उठाकर आगे बढ़ेगा। त्रिपुरा के लोगों ने दशकों से अवहेलना देखी है। इससे पहले, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार था और कोई विकास नहीं था। सरकार के पास न तो कोई विजन था और न ही सही मंशा। पहले यहां भ्रष्टाचार की गाड़ी रुकने का नाम नहीं लेती थी और विकास की गाड़ी पर ब्रेक लगा हुआ था। गरीबी और पिछड़ेपन को त्रिपुरा के भाग्य के साथ चिपका दिया गया था। इस स्थिति को बदलने के लिए ही मैंने यहां के लोगों को HIRA का आश्वासन दिया था। मोदी ने कहा कि H से हाइवे, I से इंटरनेट वे, R से रेलवे, A से एयरवेज। उन्होंने कहा कि आज हीरा माडल पर त्रिपुरा अपनी कनेक्टिविटी सुधार रहा है, अपनी कनेक्टिविटी बढ़ा रहा है।
मोदी ने ये भी कहा कि डबल इंजन की सरकार का कोई मुकाबला नहीं है। डबल इंजन की सरकार यानि संसाधनों का सही इस्तेमाल है। डबल इंजन की सरकार यानि संवेदनशीलता। डबल इंजन की सरकार यानि लोगों के सामर्थ्य को बढ़ावा देना।
लाखों लोगों को दिए जा रहे घर
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम त्रिपुरा को पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं। त्रिपुरा अब इस क्षेत्र में एक व्यापार गलियारा बनता जा रहा है। रेल और सड़क से जुड़ी कई योजनाओं ने इस क्षेत्र को बदलना शुरू कर दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लाल किले से कहा था कि अब हमें योजनाओं के लाभार्थियों तक खुद पहुंचना होगा। मुझे खुशी है कि आज त्रिपुरा ने इस दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया है। जब त्रिपुरा अपने 50 वर्ष पूर्ण कर रहा है, ये संकल्प अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि 1.80 लाख से अधिक गरीबों और जरूरतमंदों को पक्के घर दिए जा रहे हैं। 50,000 से अधिक को पहले ही अपने घर मिल चुके हैं और बड़ी संख्या में लोगों को अपने घरों के लिए पहली किस्त मिल गई है।
युवाओं की पढ़ाई को नुकसान से बचाने के प्रयास
मोदी ने ये भी कहा कि कोरोना के इस मुश्किल काल में हमारे युवाओं को पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके अनेक प्रयास किए गए हैं। सोमवार से देश भर में 15-18 साल के किशोरों के मुफ्त टीकाकरण का अभियान भी शुरु किया गया है। विद्यार्थी निश्चिंत होकर परीक्षाएं दे पाएं, ये आवश्यक है। 21वीं सदी में भारत को आधुनिक बनाने वाले नौजवान मिलें, इसके लिए देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है। इसमें स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर भी उतना ही जोर दिया गया है। त्रिपुरा के विद्यार्थियों को अब मिशन-100 विद्या ज्योति अभियान से भी मदद मिलने वाली है।