पंचायत भवन निर्माण पर विवाद, ग्रामीणों का अवैध कार्य के खिलाफ कड़ा विरोध
नए पंचायत भवन निर्माण पर विवाद, ग्रामीणों ने जताया कड़ा विरोध
किशनगढ़ रेनवाल – ग्राम पंचायत सुंडा का बास में नए पंचायत भवन निर्माण को लेकर ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। सोमवार को महंगाई राहत शिविर में ग्रामीणों ने पंचायत व शिक्षा मंत्री मदन दिलवार को ज्ञापन सौंपकर इस निर्माण कार्य को अवैध घोषित करने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि यह निर्माण न्यायालय में विचाराधीन है, फिर भी इसे आगे बढ़ाया जा रहा है।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि भवन निर्माण गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर एकांत कृषि भूमि पर बिना रूपांतरण के किया जा रहा है। पहले यह भवन गांव के बीच में ही बनना था, ताकि सभी के लिए सुगम हो। नई जगह पर बने भवन के कारण खासकर महिलाओं के लिए अकेले वहां जाना मुश्किल है।
पंचायत और परिसीमन का मामला
तीन वर्ष पहले पंचायत परिसीमन के बाद सुंडा का बास को नई ग्राम पंचायत का दर्जा मिला। इसके बाद भवन निर्माण के लिए अधिकारियों ने गांव के भीतर ही एक उपयुक्त स्थान चुना था, लेकिन निजी हितों के चलते इसे अब एकांत स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
सरपंच का पक्ष
सरपंच लालाराम ज्याणी ने बताया कि यह निर्माण राज्य सरकार और जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार ही हो रहा है। पहले इसे गुर्जरों की ढाणी में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन मुख्यालय सुंडा का बास होने के कारण अब वहीं निर्माण किया जा रहा है।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वे विरोध-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
ई खबर मीडिया के लिए देव शर्मा की रिपोर्ट