मधुमेह एक मूक हत्यारा: डॉ. सुनील दहिया
मधुमेह: एक मूक हत्यारा, जानिए डॉ. सुनील दहिया के सुझाव
मोरनी के पीएचसी में आज विश्व मधुमेह दिवस 2024 के अवसर पर डॉक्टर सुनील दहिया ने मधुमेह को “मूक हत्यारा” करार देते हुए इसके गंभीर दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मधुमेह तब होता है जब रक्त में ग्लूकोज का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है, जिससे शरीर का इंसुलिन उत्पादन प्रभावित होता है या इंसुलिन की प्रभावशीलता घट जाती है। यह रोग हर उम्र के लोगों को प्रभावित करता है और अधिकतर मामलों में जीवनभर के लिए होता है, जिसे दवाओं और जीवनशैली में बदलाव के साथ नियंत्रित किया जा सकता है।
डॉ. दहिया ने मधुमेह के मुख्य लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें बढ़ी हुई प्यास, शुष्क मुँह, बार-बार पेशाब आना, थकान, धुंधली दृष्टि, अस्पष्टीकृत वजन घटने, हाथों या पैरों में झुनझुनी, घावों का धीमे ठीक होना, और बार-बार त्वचा या यीस्ट संक्रमण शामिल हैं।
मधुमेह से बचाव के तरीकों में डॉ. दहिया ने शारीरिक रूप से सक्रिय रहने, तनाव प्रबंधन, सीमित मात्रा में शराब सेवन, उचित नींद, और धूम्रपान छोड़ने का सुझाव दिया। उनका कहना है कि इन साधारण उपायों को अपनाकर मधुमेह के खतरे को कम किया जा सकता है, और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाई जा सकती है।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट