18 साल से न्याय की खोज में: राजेंद्र सिंह की संघर्षगाथा
आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे व्यक्ति की, जिसने न्याय की खोज में 18 साल बिता दिए, और वो है राजेंद्र सिंह। एक गरीब मजदूर, जो अपनी ज़मीन को बचाने के लिए लड़ रहा है, लेकिन उसके खिलाफ खड़े हैं दबंग, गुंडे, और एक ऐसा प्रशासन जो उसकी मदद करने के लिए तैयार नहीं है।
राजेंद्र सिंह ने राष्ट्रपति महोदय को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि उसे न्याय दिया जाए। उसकी कहानी हमारे समाज में व्याप्त उस अन्याय की ओर इशारा करती है, जहाँ एक कमजोर व्यक्ति को सड़कों पर भटकना पड़ता है, जबकि प्रभावशाली लोग कानून को अपने हाथ में लेते हैं।
राजेंद्र का कहना है कि उसके मामले का निस्तारण 24 घंटे में हो सकता था, लेकिन जानबूझकर उसे न्याय से वंचित रखा गया। उसने कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन नतीजा वही कोई कार्रवाई नहीं। इसके बजाय, वह खुद ही झूठे मुकदमे का शिकार हुआ।
यह कहानी केवल राजेंद्र की नहीं है, बल्कि हम सभी की है। यह हमें याद दिलाती है कि हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा। हमें एक ऐसा समाज बनाना होगा जहाँ हर व्यक्ति को न्याय मिले, चाहे वह गरीब हो या अमीर।
राजेंद्र की यह अदम्य इच्छाशक्ति हमें सिखाती है कि कभी हार नहीं माननी चाहिए। वह हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें अपनी आवाज उठानी होगी और अन्याय के खिलाफ खड़े होना होगा।
तो दोस्तों, इस वीडियो को देखकर अगर आप भी राजेंद्र जैसे अन्याय के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित होते हैं, तो इसे लाइक करें, शेयर करें और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें। हम सभी को मिलकर एक सशक्त समाज की दिशा में कदम बढ़ाना है।