NTA डायरेक्टर से मिले हायर एजुकेशन सेक्रेटरी:शिक्षा मंत्री ले सकते हैं एक्शन, SC ने NEET काउंसलिंग रोकने से फिर इनकार किया
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को हुई सुनवाई में NEET UG काउंसलिंग पर रोक लगाने से फिर इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि आखिरी सुनवाई के बाद परीक्षा कैंसिल होती है तो काउंसलिंग भी कैंसिल हो जाएगी।
इससे पहले 11 जून को भी सुप्रीम कोर्ट ने यह अपील खारिज की थी। आज सुप्रीम कोर्ट में परीक्षा रद्द करने की मांग वाली नई याचिका पर भी सुनवाई हुई। यह अर्जी 49 स्टूडेंट्स और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने लगाई थी। इस पर अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।
याचिकाकर्ताओं ने एग्जाम में 620 से ज्यादा स्कोर वाले स्टूडेंट्स का बैकग्राउंड चेक करने और फॉरेंसिक जांच करने की मांग की है। वहीं, पेपर लीक के आरोप की CBI जांच की भी मांग की है।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान, कलकत्ता और बॉम्बे हाईकोर्ट में NEET UG केस में दायर याचिकाओं को क्लब कर दिया है। अब इन पर सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को सुनवाई होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने यह मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की वेकेशन बेंच कर रही है।
9 दिन पहले भी काउंसिलिंग की मांग खारिज हुई थी
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को NEET काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने परीक्षा कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA को नोटिस जारी करते हुए कहा- NEET UG की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है। हमें इसका जवाब चाहिए।
ये याचिका स्टूडेंट शिवांगी मिश्रा और 9 अन्य छात्रों ने रिजल्ट की घोषणा से पहले 1 जून को दायर की थी। इसमें बिहार और राजस्थान के एग्जाम सेंटर्स पर गलत क्वेश्चन पेपर्स बंटने के चलते हुई गड़बड़ी की शिकायत की गई थी और परीक्षा रद्द कर SIT जांच की मांग की गई थी।
दिल्ली में शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर NSUI ने प्रदर्शन किया
दिल्ली में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर NSUI से जुड़े छात्रों ने NTA के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान NSUI के नेशनल प्रेसिडेंट वरुण चौधरी मौजूद रहे। छात्रों ने NEET UG एग्जाम में गड़बड़ियों की जांच और NTA पर बैन लगाए जाने की मांग की।
NEET एग्जाम रद्द करने को लेकर पटना में प्रदर्शन
NEET परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के कारगिल चौक पर छात्र संगठन AISA ने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला फूंका। छात्रों का कहना है कि सरकार कमजोर है इसलिए पेपर लीक हुआ है। हमारी मांग है कि NTA को खत्म किया जाए और NEET परीक्षा की जांच हो, दोषियों पर कार्रवाई हो। छात्रों ने कहा कि UGC NET का भी पेपर लीक हुआ है। इससे ये साबित होता है कि NTA किसी भी एग्जाम को कंडक्ट कराने में सक्षम नहीं है। ऐसे में NEET परीक्षा रद्द की जाए और दोबारा परीक्षा कराई जाए।
हायर एजुकेशन सेक्रेटरी NTA डायरेक्टर से मिले
हायर एजुकेशन सेक्रेटरी के संजय मूर्ति ने NTA के डायरेक्टर सुबोध कुमार सिंह से दिल्ली के शास्त्री भवन में मुलाकात की।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NTA के साथ बैठक की
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान NTA के अधिकारियों के साथ NEET विवाद को लेकर बैठक कर रहे हैं। वहीं, शिक्षा मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी श्री गोविंद जयसवाल UGC-NET एग्जाम को रद्द किए जाने को लेकर 1:45 बजे मीडिया से बातचीत करेंगे।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग की
UGC NET एग्जाम को कैंसिल करने के फैसले के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी में समाजवादी छात्र सभा और NSUI के छात्रों ने शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
केंद्र सरकार ने 19 जून को UGC NET का एग्जाम कैंसिल किया था। एग्जाम 18 जून को हुआ था। ये एग्जाम भी NTA ने कंडक्ट कराया था।
एडवोकेट: कृपया हाईकोर्ट में चल रही कार्यवाहियों पर रोक लगाएं।
सुप्रीम कोर्ट: पहले हाईकोर्ट को बताएं कि नोटिस अब जारी किया गया है। पहले आपने कहा होगा कि ट्रांसफर एप्लिकेशन लगाई गई है। आज ही हमने खबरों में पढ़ा कि ओएमआर शीट मामले में क्या हुआ।
जस्टिस विक्रम नाथ: खैर, अगले आदेश तक हाईकोर्ट में कार्यवाही स्थगित रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट: अब जो याचिकाएं लगाई गई हैं, उनमें CBI जांच की मांग की गई है। आप और क्या चाहते हैं?
एडवोकेट: ये छात्र मेघालय सेंटर गए थे। उन्होंने 45 मिनट का नुकसान हुआ। इन्हें 1563 छात्रों का हिस्सा होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट: सरकार और NTA को जवाब देने दें। 8 जुलाई तक जवाब दाखिल किया जाए। तब तक काउंसलिंग पर कोई रोक नहीं है। अगर आखिरी सुनवाई के बाद परीक्षा रद्द होती है तो काउंसलिंग भी रद्द हो जाएगी।
एक और याचिकाकर्ता: रविवार को होने वाला टेस्ट भी रोका जाना चाहिए। वे इन 1563 स्टूडेंट़्स तक कैसे पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट: ये सब कुछ 8 जुलाई को बताएं। नोटिस जारी करें।
एडवोकेट सुमीर सोढ़ी: जांच के लिए एक इंडिपेंडेंट कमेटी बनाने की जरूरत है। हाईपावर कमेटी का एक सदस्य NTA का सदस्य होता है। अब अगर वे अपनी पीठ थपथपाने का फैसला करते हैं तो सब ठीक है। अडानी मामले में भी यही किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट: कृपया 8 जुलाई को बताएं।
NTA की वकील डॉ. चारु माथुर ने NEET PG 2024 से जुड़ी एक याचिका कोर्ट के सामने रखी। उन्होंने कहा- NTA ने अपील की कि उन्हें एक पार्टी के रूप में हटा दिया जाए क्योंकि NEET PG नेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड करवाता है।
वकील डॉ. चारु माथुर: परीक्षा 23 जून को है और रिजल्ट 15 जुलाई तक आएंगे। इससे पहले की और कोई तारीख दी जा सकती है।
सुप्रीम कोर्ट: इस मामले को एक अलग मामले के रूप में लिस्ट किया जाए। 8 जुलाई को ही इस पर भी सुनवाई होगी।
एक अन्य वकील: बिहार सरकार को जवाब देना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि 1563 छात्रों की लिस्ट कैसे तैयार की गई? यह ट्रांसपेरेंट और मनमाना नहीं है। मेरिट लिस्ट भी पब्लिश नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट: हमने नोटिस जारी किया है, वे जवाब देंगे। बाकी सब 8 जुलाई को। अब सभी वकील चाहते हैं कि उनके नाम मीडिया में दिखाए जाएं और अगले 30 मिनट में यह प्रकाशित हो जाए।
एक और याचिकाकर्ता: रविवार को होने वाला टेस्ट भी रोका जाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट: ये सब कुछ 8 जुलाई को बताएं।