जयश्री फूड फैक्ट्री पर अब प्रशासन की टेढी नजर क्यों
सीहोर। जिला मुख्यालय के नजदीक ग्राम पीपलिया मीरा में स्थित पनीर फैक्ट्री में अचानक प्रशासन की टेढी नजर हो गई। प्रशासनिक अधिकारी दल बल के साथ जा धमके और फैक्ट्री में बनाए जाने वाले उत्पादों के ताबडतोड सेंपल ले लिए िकसानों की बातें भी सुनी और प्लांट की स्थिति को भी देखा, अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर अब फैक्ट्री पर अब प्रशासन फैक्ट्री पर सख्त नजर आ रहा है, तो क्या इस बार यदि सेंपल गुणवत्ता पर खरे नहीं उतरते हैं तो कठोर कार्रवाई होगी या फिर पूर्व की तरह ही मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
उल्लेखनीय बात है कि शहर के रविवार की सुबह ग्राम पीपलिया मीरा में जयश्री फूड फैक्ट्री है। इसमें पनीर एवं दूध से बनाए जाने वाले कई उत्पादों का निर्माण किया जाता है। इसके साथ ही घी, बटर का निर्माण िकया जा रहा है। इस फैक्ट्री में बनाए जाने वाले उत्पादों के निर्माण के दौरान निकलने वाले पानी एवं अन्य पदार्थों की वजह से वहां आसपास के किसानों की खेती पर भी विपरीत असर पड रहा है। इसलिए ग्राम पीपिलया मीरा के िकसान कई बार शिकायत कर चुके हैं।
क्या बाेलते हैं सरपंच और किसान
इस पनीर फैक्ट्री की वजह से ग्राम पीपलिया मीरा के किसानों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड. रहा है, ग्राम के किसान खुशीलाल और मांगीलाल मेवाडा का दर्द है कि फैक्ट्री की वजह से जो वेस्टेज पानी निकलता है, उसकी वजह से आसपास खेती योग्य जमीन पर विपरीत प्रभाव पड रहा है, किसान कर रहे हैे कि उनकी उपजाऊ जमीन बंजर होने की कगार पर आ गई है। इसके साथ ही ग्राम की सरपंच प्रीति भारती का कहना कि उनके द्वारा ग्रामीणों के साथ मिलकर कई बार प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है।
अब जांच में होगा खुलासा
इस पनीर फैक्ट्री से प्रशासनिक अिधकारियों की उपस्थिति में खाद्य विभाग की टीम द्वारा आधा दर्जन से अिधक उत्पादों के सेंपल लिए गए हैं, एसडीएम आदित्य जैन का कहना है कि लिए गए सेंपल जांच के लिए लैब भेजे जा रहे हैं। जांच के बाद ही फैक्ट्री के उत्पादों की सच्चाई सामने आएगी।