सीहोर नपा की कुर्सी ने अब तक मुस्लिम नेता को नहीं दिया मौका
– मुस्लिम नेताओं में जागी इच्छा, ताल ठोंकने की तैयारी
राजेश शिवहरे
सीहोर। नगर पालिका अध्यक्ष व वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया के बाद कडकडाती सर्दी में सियासत उबाल मार रही है। शहर के चैक-चैराहों पर सियासत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी जोर पकड रही है। वहीं अध्यक्ष सहित पार्षद पद का चुनाव लडने वाले इच्छुक उम्मीदवार अपनी-अपनी ताल ठोंकते हुए नजर आ रहे हैं। बहरहाल इन दिनों शहर के चैक चैराहांे पर जो चर्चा हो रही उसके अनुसार अब तक सीहोर नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी ने किसी मुस्लिम नेता को यहां तक पहुंचने का मौका नहीं दिया है। नतीजतन इस बार मुस्लिम नेताओं में भी अध्यक्ष बनने की इच्छा जाग्रत हुई है, ऐसे में जल्द ही वे भी अपनी ताल ठोंक सकते हैं।
गौरतलब है कि सीहोर नगर पालिका अध्यक्ष पद सहित 35 वार्डों के पार्षदों का आगामी माह में कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। प्रशासनिक स्तर पर आरक्षण की प्रक्रिया हो हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं महीने-दो महीने में नगर पालिका के चुनाव होना संभावित है। निकाय चुनाव की सरगर्मी बढते ही दिसंबर की सर्दी में सियासी गर्मी का अहसास होने लगा है। कोई अध्यक्ष पद के लिए तो कोई पार्षद पद की जोड तोड में जुट गया है। चैक चैराहे की चर्चा के अनुसार इस बार मुस्लिम नेताओं में भी सीहोर नगर पालिका का अध्यक्ष बनने की इच्छा जाग्रत हुई है।
भाजपा या कांग्रेस, कौन जताएगा विश्वास
उल्लेखनीय है कि शहर में मुस्लिम नेता भाजपा व कांग्रेस दोनों ही मुख्य पार्टियों में अपनी आस्था रखते हैं। यह बात अलग है कि उनकी ज्यादा आस्था कांग्रेस में ही है, नतीजतन ज्यादा तादाद में मुस्लिम नेता कांग्रेस में शामिल हैं। हालांकि यदि मुस्लिम नेता को चुनने का अवसर आता है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उन पर भाजपा आस्था जताती है या कांग्रेस। शहर में मुस्लिम समाज के भी लगभग 15 से 18 हजार मतदाता हैं।
मुस्लिम समाज के प्रमुख नेता
गौरतलब है कि शहर में जो मुस्लिम समाज के नेता हैं उनमें वर्तमान कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष नईम नबाव, जफर लाला, पूर्व पार्षद हफीज चैधरी, शमीम अहमद, अशफाक खान, फारूख अंजुम, शफीक बाबा, आजम नेता, शाजिद शाह सहित अन्य मुस्लिम नेता शहर में सियासत करते हैं।